पलामूः डॉक्टर धरती पर भगवान का रूप होता है जो बीमार लोगों ठीक कर उनको नई जिंदगी देता है. पलामू में झोलाछाप और फर्जी डॉक्टर लोगों की जिंदगी देने के बजाए मौत बांट रहे हैं. पलामू के ग्रामीण इलाके में फर्जी डॉक्टरों का शिकंजा बढ़ता जा रहा है. पिछले एक वर्ष जनवरी 2020 से अब तक एक दर्जन से अधिक लोगों की जान फर्जी डॉक्टरों ने ली है. पलामू स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई में 20 से अधिक फर्जी डॉक्टर पर एफआईआर हुआ है जबकि डेढ़ दर्जन में करीब क्लीनिक सील हुए है.
मौत के सौदागरः फर्जी डॉक्टर की जद में लोग, लोगों की जान से हो रहा खिलवाड़
नीम हकीम खतरा-ए-जान, पलामू जिला में ये कहावत सार्थक होता दिख रहा है. हालत ये है कि जिला में झोलाछाप डॉक्टर्स लोगों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं. एक साल में इनके इलाज से 12 से ज्यादा लोगों ने अपनी जान गंवा दी.
इसे भी पढ़ें- पलामू: 15 दिन में 2 पक्षियों की मौत से प्रशासन सतर्क, जारी किया अलर्ट
पलामू जिला स्वास्थ्य विभाग अपना रहा सख्त रवैया
पलामू जिला स्वाथ्य विभाग ने फर्जी डॉक्टरो की सूची तैयार किया है. साल 2016-17 में थाना स्तर से सर्वे में पूरे जिला में 400 से अधिक झोलाछाप डॉक्टर चिन्हित हुए थे. उस दौरान सभी को बॉन्ड डाउन के लिए आदेश जारी किया गया था. पलामू सिविल सर्जन डॉ जॉन एफ कैनेडी बताते हैं कि फर्जी डॉक्टर मेडिकल पेशे को प्रभावित कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन सख्त है, लगातार उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. हाल के दिनों में एक दर्जन के करीब क्लीनिक सील हुए है जबकि आधा दर्जन से अधिक को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है.