पलामूः मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पीटल में मरीजों (Patients admitted in MMCH) के अटेंडेंट के कारण इलाज में परेशानी हो रही है. स्थिति यह है कि एक मरीज के साथ दो से चार-पांच अटेंडेंट पंहुचते है. ये अटेंडेंट इमरजेंसी वार्ड से लेकर संवेदनशील जगहों पर जूता चप्पल पहनकर पहुंच जाते हैं, जिससे वार्ड में इंफेक्शन फैलने का खतरा बढ़ जाता है. डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मियों की शिकायत मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल प्रशासन ने बड़ा कदम उठाया है. अब एक भर्ती मरीज के साथ एक अटेंडेंट को ही वार्ड में रहने की अनुमति दी जाएगी. इसको लेकर दिशा निर्देश जारी कर दिया गया है.
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एमएमसीएच के सुपरिटेंडेंट डॉ डीके सिंह ने बताया कि मरीजों के अटेंडेंट जूता चप्पल पहनकर प्रतिबंधित क्षेत्र में घुस जाता है. इससे इलाज में परेशानी होने के साथ साथ इंफेक्शन फैलने का खतरा बढ़ जाता है. इसको लेकर अटेंडेंट के लिए गाइडलाइन जारी किया गया है. प्रतिबंधित क्षेत्रों में जूता चप्पल के इस्तेमाल पर रोक लगा दी गई है. इसके साथ ही मरीज के साथ एक अटेंडेंट को साथ रहने की अनुमति दी गई है. उन्होंने बताया कि इस गाइडलाइन को जगह जगह बैनर पोस्टर चिपका दिया गया है, ताकि मरीजों को कोई परेशानी नहीं हो सके.
सुपरिटेंडेंट ने अटेंडेंट से अपील करते हुए कहा कि बेवजह अस्पताल में भीड़ नहीं लगाए. इससे मरीज के इलाज में परेशानी होती है. उन्होंने कहा कि मरीज के अटेंडेंट ने डाक्टर और स्वास्थ्यकर्मियों के साथ मारपीट और दुर्व्यवहार भी किया है. मरीज और उनके परिजनों के व्यवहार के कारण कई बार अस्पताल में हंगामा भी हुआ है. बता दें कि मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के ओपीडी में प्रतिदिन 700 से अधिक मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं. 50 से अधिक मरीजों को प्रतिदिन भर्ती किया जाता है. एमएमसीएच पलामू प्रमंडल का सबसे बड़ा रेफरल अस्पताल है. एमएमसीएच में इलाज के लिए पलामू गढ़वा लातेहार के साथ-साथ यूपी और छत्तीसगढ़ के भी मरीज पहुंचते हैं.
एमएमसीएच में प्रतिदिन 40 से 50 डिलीवरी होती है. पलामू सदर अस्पताल 2019 में अपग्रेड हो कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल हो गया है. इसके बाद एमएमसीएच में कई सुविधाएं भी बढ़ाई गई है. मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में फिलहाल 50 से भी अधिक डॉक्टर तैनात हैं.