पलामूःऑल इंडिया सैनिक स्कूल एंट्रेंस एग्जामिनेशन के दौरान छात्रों को हिंदी की जगह अंग्रेजी में प्रश्न पत्र दिया गया था. इस कारण परीक्षा के बाद सेंटर के बाहर खड़े छात्रों के परिजनों ने जमकर हंगामा किया (Parents Created Ruckus For Wrong Question Paper) है. परिजनों के हंगामे को देखते हुए पुलिस बल को बुलाना पड़ा और मामले को शांत कराने की कोशिश की गई. लेकिन परिजना एक सुनने को तैयार नहीं थे. यह पूरा मामला पलामू प्रमंडलीय मुख्यालय मेदिनीनगर का है.
सैनिक स्कूल एंट्रेंस एग्जाम में हिंदी की जगह छात्रों को अंग्रेजी में मिला प्रश्न पत्र, अभिभावकों ने किया हंगामा
सैनिक स्कूल की एंट्रेंस परीक्षा में छात्रों को हिंदी की जगह अंग्रेजी में प्रश्न दिए जाने के मामले में छात्रों के परिजनों ने परीक्षा खत्म होने के बाद जमकर हंगामा (Parents Uproar At Sainik School Examination Center) किया. पलामू के मेदिनीनगर के डीएवी स्कूल परीक्षा केंद्र में यह गड़बड़ी सामने आयी है.
मेदिनीनगर के डीएवी स्कूल में बनाया गया था परीक्षा केंद्रः पलामू के मेदिनीनगर डीएवी स्कूल (Medininagar DAV School) को ऑल इंडिया सैनिक स्कूल एंट्रेंस एग्जामिनेशन के लिए केंद्र बनाया गया था. एंट्रेंस एग्जाम का आयोजन राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी करती है. रविवार को मेदिनीनगर के डीएवी स्कूल में 200 से अधिक छात्र परीक्षा के लिए पहुंचे थे. मिली जानकारी के अनुसार छात्रों को लैंग्वेज की परीक्षा में हिंदी की जगह अंग्रेजी प्रश्न पत्र दे दिया गया था. जिस पर छात्रों ने आपत्ति दर्ज करायी थी. परीक्षा खत्म होने के बाद रविवार की देर शाम छात्रों के परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया था.
मजिट्रेट और पुलिस के समझाने के बावजूद नहीं माने परिजनःमौके पर तैनात दंडाधिकारी और पुलिस कर्मियों ने परिजनों को समझाने की कोशिश की, लेकिन परिजन मानने को तैयार नहीं थे. परिजन अधिकारी को मौके पर बुलाने की भी मांग कर रहे थे. दंडाधिकारी द्वारा सूचना के बाद सदर थाना प्रभारी गौतम कुमार और अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और परिजनों से बातचीत की.
पूरे मामले की जानकारी राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी को दी गईःपरिजन फिर से परीक्षा प्रश्न पत्र देने की मांग कर रहे थे. इस संबंध में एक छात्र ज्ञान पटेल ने बताया कि उसने हिंदी में पढ़ाई की थी, लेकिन उसे अंग्रेजी में प्रश्न पत्र दिया गया था. उसने पूरे मामले की शिकायत परीक्षा केंद्र में मौजूद टीचर से की तो टीचर ने कहा कि परीक्षा देना है तो दो, नहीं तो मत दो. समय खत्म होने के बाद कॉपी ले ली जाएगी. परिजनों के हंगामा को देखते हुए केंद्र अधीक्षक ने पूरे मामले की जानकारी राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी को दी है. राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी को ईमेल के माध्यम से बताया गया है कि प्रश्नपत्र के वितरण में चूक हुई (Lapse In Distribution Of Question Paper) है. पूरे मामले में एजेंसी को संज्ञान लेने का आग्रह किया गया है.