झारखंड

jharkhand

ETV Bharat / state

मवेशी तस्कर नक्सल कॉरिडोर का कर रहे थे इस्तेमाल, पलामू पुलिस ने किया गिरफ्तार

मवेशी तस्कर तस्करी के लिए नए रास्ते तलाश रहे हैं. इस गोरखधंधे में शामिल लोग मवेशियों की तस्करी के लिए नक्सल कॉरिडोर (Naxal corridor) का इस्तेमाल कर रहे हैं.

Manatu police station Cattle and smugglers
मनातू थाना और गिरफ्तार मवेशी तस्कर

By

Published : Nov 15, 2022, 1:46 PM IST

पलामूः पुलिस की एक स्पेशल टीम ने मनातू थाना क्षेत्र में छापेमारी कर तस्करों के चंगुल से 29 मवेशियों को मुक्त कराया है. साथ ही दो मवेशी तस्करों (Cattle Smuggling in palamu) को गिरफ्तार भी कर लिया है. गिरफ्तार मवेशी तस्करों में एक बिहार के गया जिला अंतर्गत कोठी निवासी जहांगीर अहमद और दूसरा झारखंड के चतरा का प्रतापपुर निवासी शहीम मियां शामिल है.

पदमा-इमामगंज रोड से वाहन जब्तः दरअसल, पलामू एसपी चंदन कुमार सिन्हा को सूचना मिली थी कि मवेशी तस्कर नक्सल कॉरिडोर का इस्तेमाल कर रहे हैं. इसी सूचना पर सब-इंस्पेक्टर पंकज कुमार के नेतृत्व में पुलिस की एक स्पेशल टीम ने मनातू थाना क्षेत्र के सिमरी के इलाके में सर्च अभियान शुरू किया. इस क्रम में टीम ने देखा कि एक वाहन पदमा और गया के इमामगंज रोड से गुजर रहा है. सर्च अभियान में शामिल पुलिस अधिकारी और जवानों ने वाहन को रोका और जांच की. जिसमें पुलिस को यह सफलता मिली.


पुलिस ने मामला दर्ज कर दोनों आरोपियों को भेजा जेलःइस संबंध में मनातू थाना प्रभारी पवन कुमार ने बताया कि दोनों तस्करों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. पुलिस मामले में आगे की जांच में जुटी है.

पदमा-इमामगंज रोड घोर नक्सल प्रभावित इलाका हैः बताते चलें कि पदमा-इमामगंज रोड घोर नक्सल प्रभावित इलाका है. देर रात के बाद इस रास्ते पर लोगों की आवाजाही बंद हो जाती है. इसी का फायदा उठाकर मवेशियों की तस्करी की जा रही थी. मवेशियों को बिहार के गया के इलाके में ले जाया जा रहा था. वहां से सीधे उन्हें जीटी रोड के माध्यम से दूसरे राज्य में भेजा जाना था.

पुलिस तस्करों के खिलाफ लगातार कर रही है कार्रवाईः पलामू पुलिस ने छह माह में 120 से भी अधिक मवेशियों को तस्करों के चंगुल से मुक्त कराया है. इन मवेशियों को दूसरे राज्यों में भेजा जा रहा था.

ABOUT THE AUTHOR

...view details