पलामू: जिले की कुल 20 युवतियों को प्रशिक्षण के बाद नौकरी मिली है. सभी चयनियत लड़कियां रांची हवाई अड्डा से बेंगलुरु के लिए रवाना हो गईं हैं. इन 20 लड़कियों में हुसैनाबाद अनुमंडल के मोहम्मदगंज प्रखंड की 11 लड़कियां शामिल हैं. बाकी की नौ लड़कियां पलामू के अलग-अलग प्रखंडों की हैं.
नौकरी के लिए पलामू की 20 युवतियां रांची हवाई अड्डा से बेंगलुरु के लिए रवाना, दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना के तहत मिला लाभ - Etv Bharat Jharkhand News
दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना से पलामू की 20 लड़कियां लाभान्वित हुई हैं. प्रशिक्षण के बाद लड़कियों को नौकरी मिली है. बेंगलुरु की एक कंपनी में लड़कियों का चयन हुआ है. नौकरी ज्वाइन करने के लिए सभी लड़कियां रांची एयरपोर्ट से बेंगलुरु के लिए रवाना हो गईं हैं.Palamu girls leave for Bengaluru for job.
Published : Oct 6, 2023, 5:52 PM IST
दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना के तहत युवतियों को मिला लाभःबेंगलुरु रवाना होने वाली लड़कियां को जेएसएलपीएस की ओर से प्रशिक्षण दिया गया था. इसके बाद लड़कियों को दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना के तहत विभिन्न ट्रेडों में रांची में प्रशिक्षण दिया गया था. प्रशिक्षण के बाद सरकार की ओर से लड़कियों के लिए रोजगार की व्यवस्था की गई. लड़कियों की नौकरी बेंगलुरु के कंपनी में लगी है. यह जानकारी जेएसएलपीस मोहम्मदगंज के जॉब रिसोर्स पर्सन उदय कुमार ने दी है.
आवसीय प्रशिक्षण दिलाकर युवाओं को रोजगार दिलाया जा रहा हैःजेएसएलपीस के जॉब रिसोर्स पर्सन उदय कुमार ने बताया कि केंद्र और राज्य सरकार इस योजना के तहत युवतियों को आवासीय प्रशिक्षण दिला कर उन्हें रोजगार से जोड़ रही है. उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि जिनकी उम्र 18 से 35 वर्ष हो चुकी है वे प्रखंड कार्यालय स्थित जेएसएलपीए कार्यालय से संपर्क कर इस योजना का लाभ उठा सकते हैं. उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत रहने, खाने के साथ निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जाता है. उन्होंने बताया कि इस योजना से पांचवीं क्लास पास से उच्च शिक्षा प्राप्त कोई भी युवक अथवा युवती जुड़ सकते हैं.
युवाओं का कौशल विकास कर बनाया जा रहा सशक्तः गौरतलब हो कि दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना का उद्देश्य गरीब ग्रामीण युवाओं को प्रशिक्षण देकर उनका कौशल विकास करना है, ताकि नौकरी हासिल करने में युवाओं को परेशानी ना हो. साथ ही रोजगार कर युवा सशक्त और आत्मनिर्भर बन सकें. यह योजना झारखंड के विभिन्न जिलों में चलायी जा रही है और युवाओं का भविष्य संवारा जा रहा है.