पलामूः जिले के बकोरिया में हुए तीन वर्षीय बच्ची की कथित हत्या मामले में पंचायत की भूमिका सामने आ रही है. पुलिस के अनुसंधान में यह बात सामने आ रही है. मृतक बच्ची विनीता के पिता बिनोद सिंह खरवार के घर के पास घटना के कुछ दिन पहले पंचायत बैठी थी. इस पंचायत में बिनोद की अहम भूमिका थी. पंचायत में फैसले के बाद बिनोद को धमकी मिली थी. जिसके बाद सारी घटना घटी. पुलिस इस बिंदु पर अनुसंधान कर रही है.
किस मामले पर बैठी थी पंचायत
बताया जा रहा है कि बकोरिया के कन्हैया भुइयां की बेटी की शादी करीब 4 साल पहले लातेहार के मटलौंग में हुई थी. शादी के बाद से लड़की को ससुराल वाले अपने पास नहीं रख रहे थे. बकोरिया से कुछ लोग 21 अगस्त को मटलौंग गए थे और दूल्हा और एक दूसरे रिश्तेदार को अगवा कर गांव में लाया था. 21 अगस्त को ही बकोरिया के बंसी टोला में बिनोद के घर के पास पंचायत बैठी थी.
पंचायत में बिनोद ने लड़की के ससुराल वालों को एक लाख रुपया एक मुश्त देने के लिए दबाव बनाया था. बाद में 50 हजार रुपये पर समझौता हुआ था. 23 अगस्त को मटलौंग से कुछ लोग आए और कन्हैया भुइयां के परिजनों को 50 हजार रुपया दिया और अगवा दूल्हा को साथ ले गए. जाने के क्रम में बिनोद सिंह खरवार को धमकी मिली कि उनके जाने के बाद गांव में पुलिस आएगी. उसी रात पुलिस और सुरक्षाबल गांव में पंहुचे और घटना हुई. पुलिस अधिकारियों के अनुसार पूरी पंचायत के बारे में उन्हें जानकारी मिली है.