पलामूः ग्रामीणों को पुलिस मुखबिर बताकर पिटाई कराने वाले तीन नक्सल समर्थकों को पलामू पुलिस ने गिरफ्तार किया है. तीनों नक्सली समर्थक प्रतिबंधित नक्सली संगठन झारखंड जनमुक्ति परिषद (JJMP) के लिए काम करते है.
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गिरफ्तार नक्सली समर्थकों में जितेंद्र पासवान, उदय सिंह, संजय प्रसाद पलामू के रामगढ़ थाना क्षेत्र के नावाडीह के बैरियाबथान के रहने वाले हैं. तीनों पर जेजेएमपी के एरिया कमांडर राम सुंदर राम उर्फ सुंदर के दस्ते को मदद पहुंचाने का आरोप है. तीनों नक्सलियों को लेवी, सूचना, हथियार समेत कई सामग्री उपलब्ध करवाते थे.
28 जुलाई की रात में पलामू के रामगढ़ थाना क्षेत्र के नावाडीह में प्रतिबंधित नक्सली संगठन झारखंड जनमुक्ति परिषद (JJMP) के दस्ते ने ग्रामीणों की पिटाई की थी. पिटाई के बाद तीनों ग्रामीण इलाज मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पीटल में भर्ती कराए गए थे. घटना की जानकारी मिलने के बाद एसपी चंदन कुमार सिन्हा खुद मौके पर पहुंचे थे और मामले की छानबीन की थी. जानकारी के अनुसार JJMP की ओर से मारपीट में गांव के कृष्णा मोची, बिहारी सिंह और धर्म कुमार जख्मी हुए थे, तीनों को शरीर के कई हिस्सों में चोट लगी थी.
मुखबिरी का आरोप लगाकर की गई थी मारपीट
JJMP के नक्सलियों ने तीनों को पुलिस की मुखबिरी का आरोप लगाकर पिटाई की थी. JJMP का दस्ता 28 जुलाई को कुछ ग्रामीणों के साथ पहुंचा था. इसी दौरान JJMP के नक्सलियों ने ग्रामीणों और मनरेगा कर्मियों पर पुलिस की मुखबिरी का आरोप लगाकर पिटाई की. नक्सलियों ने उन्हें धमकी भी दी और कहा कि उनके घरों में पुलिस का आना जाना होता है. ग्रामीणों की पिटाई के बाद पुलिस ने इलाके में सर्च अभियान शुरू किया. रामगढ़ थाना प्रभारी प्रभात रंजन राय के नेतृत्व में हुई छापेमारी में सभी समर्थकों को गिरफ्तार किया गया.
लातेहार से JJMP के दस्ते का पीछा कर रही थी पुलिस
जानकारी के अनुसार लातेहार के इलाके से पुलिस और सुरक्षा बलों की टीम झारखंड जनमुक्ति परिषद (JJMP) के दस्ते का पीछा कर रही थी. दस्ते का नेतृत्व कमांडर रामसुंदर और कैलाश कर रहा था. बरवाडीह के इलाके से नावाडीह के इलाके में दाखिल हुआ था. कैलाश का कृष्णा मोची से पहले से दुश्मनी है, उसे शक था कि कृष्णा मोची के कहने पर ही पुलिस उसके पीछे लगी हुई थी, जेजेएमपी के नक्सलियों ने जिनकी पिटाई की है वो मनरेगा कर्मी भी हैं.