पलामू: चतरा-पलामू सीमा पर माओवादियों के टॉप कमांडर अपने घर में ही मारे गए है. चतरा में लावालौंग थाना क्षेत्र के नौडीहा इलाके में सुरक्षाबलों के साथ हुए मुठभेड़ में माओवादियों के टॉप पांच कमांडर मारे गए हैं. मारे गए कमांडरों में माओवादियों के सेंट्रल कमिटी सदस्य गौतम पासवान, अजित उर्फ चार्लीस, अमर गंझू, संजीत भुइयां, नंदू उर्फ अजय के नाम शामिल हैं. अमर गंझू का घर नौडीहा गांव में है, अमर गंझू के घर पर माओवादियों का दस्ता आया था.
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अमर गंझू के घर से कुछ ही दूरी पर मुठभेड़ हुई है, जिसमें सभी टॉप कमांडर मारे गए. कोबरा सीआरपीएफ जगुआर और अन्य इलाके में अभी भी कैंप किए हुए हैं. मिली जानकारी के अनुसार गौतम पासवान और चार्लीस के नेतृत्व में करीब 20 से 22 माओवादियों का दस्ता नौडीहा में अमर गंझू के घर आया हुआ था.
नौडीहा में ही सभी ने रात का खाना खाया था और इलाके के जंगलों में अपना ठिकाना बनाया था. मांओवादियों के गतिविधियों की सटीक जानकारी सुरक्षाबलों को मिली थी, जिसके बाद अभियान शुरू किया गया था. अभियान के क्रम में सुरक्षाबल और माओवादियों के बीच मुठभेड़ हुई थी जिसमें पांच कमांडर मारे गए.
छह महीने से एक ही इलाके को बनाया था ठिकाना: छकरबंधा में सुरक्षाबलों के दबाव के बाद माओवादी पलामू के पांकी, पिपराटांड़, मनातू जबकि चतरा के लावालौंग, कुंदा आदि इलाकों में अपना ठिकाना बनाए हुए थे. पिछले छह महीने से माओवादियों के दस्ते ने इसी इलाके में अपनी गतिविधि को बनाए रखा था.
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इससे पहले तीन बार हो चुका था मुठभेड़: सुरक्षा बलों के साथ पिछले छह महीने में माओवादियों की तीन बार मुठभेड़ हो चुकी थी. एक महीने पहले माओवादियों के साथ हुए मुठभेड़ में एक जवान शहीद हुआ था. जानकारी के अनुसार सुरक्षाबल कई महीनों से नक्सलियों को टारगेट कर अपनी योजना तैयार कर रहे थे. सोमवार को सुरक्षाबलों ने माओवादियों के पांच टॉप कमांडर को मार गिराया है.
इलाका को बदलने के फिराक में थे माओवादी: मिली जानकारी के अनुसार गौतम पासवान और अजित पूरे दस्ते के साथ अपने ठिकाने को बदलना चाहते थे. दोनों अपने दस्ते को लेकर पलामू-चतरा सीमा से निकलकर चतरा, गया और हजारीबाग सीमावर्ती इलाके में जाना चाहते थे.