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JJMP के टॉप कमांडर भवानी ने किया सरेंडर, आत्मसमर्पण नीति के तहत मिले एक लाख - पलामू में जेजेएमपी नक्सली संगठन

पलामू में जेजेएमपी नक्सली संगठन के सबजोनल कमांडर भवानी भुइयां ने सरेंडर कर दिया है. आत्मसमर्पण नीति के तहत भवानी भुइयां को तमाम चीजें दी जाएंगी. फिलहाल उसे हजारीबाग ओपन जेल में रखा जाएगा.

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Published : Jan 9, 2022, 2:08 PM IST

Updated : Jan 9, 2022, 2:22 PM IST

पलामूः प्रतिबंधित नक्सली संगठन झारखंड जनमुक्ति परिषद के टॉप कमांडर भवानी भूइयां उर्फ भागीरथी भूइयां ने पुलिस के समक्ष हथियार डाल दिए हैं. आत्मसमर्पण के बाद भवानी भूइयां ने एक इंसास रायफल, 03 मैगजीन, 83 गोली, एक एचई ग्रेनेड पुलिस को सौंपा है. भवानी भूइयां JJMP का सब जोनल कमांडर था. रविवार को पलामू डीआईजी राजकुमार लकड़ा, डीसी शशिरंजन और एसपी चंदन कुमार सिन्हा के समक्ष हथियार डाला है. अधिकारियों ने आत्मसमर्पण नीति के तहत भवानी भूइयां को एक लाख रुपये का चेक दिया और चार डिसमिल जमीन देने का वादा किया. आत्मसमर्पण के बाद भवानी भूइयां को हजारीबाग ओपन जेल में रखा जाएगा.

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आत्मसमर्पण के बाद पलामू डीआईजी राजकुमार लाकड़ा ने बताया कि राज्य सरकार की आत्मसमर्पण नीति काफी लाभ वाली है. भवानी के आत्मसमर्पण के बाद कई इलाके सुरक्षित हो जाएंगे. पलामू एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि भवानी भूइयां को आत्मसमर्पण नीति के तहत हर लाभ दिया जाएगा. भवानी भुइयां पर पलामू, गढ़वा और लातेहार में कई नक्सली घटनाओं को अंजाम देने का आरोप है. एसपी ने बताया कि स्पेशल ब्रांच एडीजी, डीसी और उनके नेतृत्व में बनी कमेटी आत्मसमर्पण नीति के तहत सभी को लाभ देगी.

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चार महीने पुलिस अधिकारियों के संपर्क में था भवानी

पलामू पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि चार महीने से भवानी उनके संपर्क में था. भवानी पर संगठन से काफी दबाव पड़ रहा है. भवानी दो वर्षों तक जेल में रहा है. मुकदमे के लड़ने के लिए उसे पैसे नहीं दिए जाते थे. टॉप कमांडर महेश भुइयां और रामसुंदर के मारे जाने के बाद उसके दस्ते में भी बेहद कम लोग बचे हुए थे. पुलिस की पहल पर उसने आत्मसमर्पण किया. आत्मसमर्पण के बाद भवानी भूइयां को महात्मा गांधी और सीएम हेमंत सोरेन की चित्र दी गई.


लातेहार घटना के बाद दबाव में है JJMP, खौफ में है नक्सली

लातेहार के नावाडीह में कुछ दिनों पहले जेजेएमपी और पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई थी. इसमें जगुआर के डिप्टी कमांडेंट शहीद हो गए थे. भवानी ने बताया कि इस घटना के बाद से जेजेएमपी के नक्सली खौफ में हैं और काफी दबाव में हैं. भवानी ने जेजेएमपी के बारे में कई महत्वपूर्ण जानकारी दी है, जिसके बाद पलामू पुलिस सर्च अभियान चला रही है. उसने बताया कि रामसुंदर के मारे जाने के बाद उसे सब जोनल कमांडर बनाया गया था. भवानी के आत्मसमर्पण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले एसडीपीओ के विजय शंकर और थाना प्रभारी प्रभात रंजन राय को पुरस्कृत किया जाएगा.

Last Updated : Jan 9, 2022, 2:22 PM IST

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