पलामू:माओवादी टॉप कमांडर प्रशांत बोस के गिरफ्तार होने के बाद Maoist Pramod Mishra को सुप्रीमो बनाए जाने की खबर निकल कर सामने आ रही है. सुरक्षा एजेंसियों को इस संबंध में जानकारी मिली है, जिसके बाद सभी इसके बारे में जानकारी जुटाने लगे हैं. माओवादी ईस्टर्न रीजनल ब्यूरो के सचिव के रुप में प्रमोद मिश्रा के नाम सामने आने के बाद माओवादियों के बीच विरोध भी शुरू हो गया है. मिसिर बेसरा, अनल, पतिराम मांझी आदि ने विरोध भी शुरू किया है. माओवादी मिसिर बेसरा ईस्टर्न रीजनल ब्यूरो की जगह ईस्टर्न रीजनल कमांड का कागजातों में नाम इस्तेमाल कर रहा है. ईस्टर्न रीजनल ब्यूरो का मुख्यालय सारंडा में मौजूद है. जो जानकारी निकल कर सामने आ रही है उसके अनुसार प्रमोद मिश्रा बिहार के गया के छकरबंधा में कैम्प कर रहा है.
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कौन है माओवादी प्रमोद मिश्रा? प्रशांत बोस का बेहद करीबी है प्रमोद मिश्रा
Maoist Pramod Mishra मूल रूप से बिहार के जहानाबाद और गया सीमावर्ती का रहने वाला है. 2017 में जेल से वह बाहर निकला है और माओवादियों का पोलित ब्यूरो सदस्य है. जेल से निकलने के बाद प्रमोद मिश्रा एक बार फिर से सक्रिय हो गया था. सारंडा में 2018 में ईआरबी की बैठक में अचानक प्रमोद मिश्रा पहुंचा था, जिसके बाद विरोध शुरू हो गया था. इस दौरान प्रशांत बोस ने टॉप माओवादी नेताओं को बताया था कि प्रमोद मिश्रा उसके संपर्क में है और माओवादियों के लिए काम कर रहा है. इस दौरान प्रशांत बोस ने प्रमोद मिश्रा के साथ में बातचीत का प्रमाण भी अन्य माओवादी नेताओं को दिखाया था. इसी बैठक में प्रमोद मिश्रा को माओवादियों के मध्य और कोयल शंख पर निगरानी की जिम्मेवारी सौंपी गई थी. 2020 में छकरबंधा में माओवादियों की बड़ी बैठक हुई थी, इस बैठक में प्रशांत बोस और उसकी पत्नी शीला मरांडी पहुंची थी.
प्रशांत बोस ने ईआरबी सुप्रीमो से हटाने को लिखा था पत्र, प्रमोद का नाम बढ़ाया था आगे
माओवादी टॉप कमांडर प्रशांत बोस ने पत्र लिख कर खुद को ईआरबी के सचिव के पद से हटाने को कहा था. पत्र के माध्यम से उसने कहा था कि वह ईआरबी के सेक्रेटरी के पद पर नहीं रहना चाहता है. उसकी जगह किसी और को सेक्रेटरी बनाया जाए. पत्र के जवाब में प्रशांत बोस की जगह प्रमोद मिश्रा और Maoist Misir Besra को सेक्रेटरी बनाने का जिक्र किया गया था. प्रमोद मिश्रा की पकड़ हिंदी भाषी क्षेत्रों में अधिक है. जबकि मिसिर बेसरा के साथ चार सेंट्रल कमेटी सदस्य हैं और वह ईआरबी के मुख्यालय सारंडा में ही रहता है.