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Palamu News: नक्सली अभिजीत यादव का खुलासा- बिखर गए हैं माओवादियों के टॉप कमांडर्स, छकरबंधा में भाजपा कार्यालय उड़ाने की थी साजिश

झारखंड और पड़ोसी राज्य बिहार में माओवादियों के टॉप कमांडर बिखर गए हैं. गया जिला के छकरबंधा में भाजपा कार्यालय उड़ाने की साजिश रची गई थी. पलामू में गिरफ्तार टॉप माओवादी कमांडर अभिजीत यादव ने इन बातों के अलावा और कई खुलासे किए हैं.

Maoist commander Abhijit Yadav arrested in Palamu made many disclosures
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Published : Mar 16, 2023, 10:36 AM IST

पलामूः झारखंड बिहार सीमा पर माओवादियों के टॉप कमांडर आपस में बिखर गए हैं. झारखंड के पलामू जबकि बिहार के गया और औरंगाबाद के इलाके में माओवादी कमांडरों का आपस मे संपर्क टूट गया है. इसका खुलासा टॉप माओवादी कमांडर अभिजीत यादव ने पलामू पुलिस के समक्ष किया है.

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माओवादी कमांडर अभिजीत यादव को कुछ महीने पहले बिहार की गया पुलिस ने गिरफ्तार किया था. अभिजीत यादव पलामू के छतरपुर थाना क्षेत्र का रहने वाला है, फिलहाल वह गया के शेरघाटी जेल में बंद है. पलामू पुलिस ने उसे कई नक्सल घटनाओं को एग्जाम देने के आरोप में रिमांड पर लिया था. अभिजीत यादव ने पुलिस के समक्ष या खुलासा किया है कि पलामू औरंगाबाद और गया के इलाके में माओवादियों का आपसी नेटवर्क टूट गया है, टॉप कमांडर एक दूसरे से बिछड़ गए हैं. बिहार के इलाके के कई टॉप माओवादी कमांडर दूसरे इलाके में भाग गए हैं जबकि कई अपना स्वरूप बदल कर दूसरे कार्यों में लग गए हैं. पलामू की हरिहरगंज थाना के पुलिस ने तीन अलग अलग नक्सली हमले के मामले में अभिजीत यादव को रिमांड पर लिया था और पूछताछ किया है.

माओवादी अभिजीत यादव ने बताया कि माओवादियों का टॉप कमांडर नितेश यादव झारखंड बिहार इलाके को छोड़कर भाग गया है. जबकि सीताराम रजवार दूसरे कार्यों में लग गया है. संजय गोदराम के साथ दो से तीन लोग बचे हैं. इस तरह से टॉप माओवादी कमांडर एक दूसरे से बिछड़ गए हैं और उनमें कोई संपर्क नहीं रह गया है.

गया के छकरबंधा में भाजपा कार्यालय उड़ाने की साजिशः अभिजीत यादव ने पलामू पुलिस के समक्ष खुलासा किया है कि 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान हरिहरगंज में भाजपा कार्यालय उड़ाने की साजिश छकरबंधा में रची गई थी. अभिजीत यादव खुद इस घटना को अंजाम देने के लिए छकरबंधा के इलाके से निकलकर पलामू के हरिहरगंज में पहुंचा था. माओवादियों की टीम इलाके में बाइक से पंहुची थी, जिसे कुछ स्थानीय लोगों ने मदद की थी. अभिजीत ने पुलिस को बताया है कि चुनाव कार्य को प्रभावित करने के लिए दहशत फैलाने के लिए इस घटना को अंजाम दिया गया था. अभिजीत यादव के पर पलामू के हरिहरगंज, छतरपुर, नौडीहा बाजार, मनातू, पांडू, पिपरा, हुसैनाबाद हैदरनगर इलाके में 60 से भी अधिक नक्सली हमले के आरोप में एफआईआर दर्ज हैं.

अभिजीत यादव माओवादियों का जोनल कमांडर था और झारखंड की सरकार ने पांच लाख रुपये का इनाम रखा था. पलामू पुलिस ने अभिजीत यादव के संपत्ति का आकलन भी किया था, बाद में प्रवर्तन निदेशालय ने अभिजीत यादव के पलामू हरिहरगंज इलाके में लाखों रुपए की संपत्ति को जब्त की थी. इस दौरान ईडी ने अभिजीत यादव के परिवार से जुड़े हुए कई बैंक खातों को भी सीज कर लिया था.

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