पलामू: जिले के हैदरनगर थाना के कुकही गांव निवासी रंजन शर्मा अपने रूम पार्टनर का लैपटॉप, मोबाइल और एटीएम लेकर महाराष्ट्र से फरार हो गया था. इसे लेकर महाराष्ट्र पुलिस हैदरनगर पहुंची और चोरी के सामान के साथ आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.
दोस्त के एटीएम से 65 हजार रुपए की निकासी
रंजन शर्मा महाराष्ट्र के पुणे स्थित एक कंपनी में इंजीनियर के पद पर कार्यरत था. उसे कंपनी ने नौकरी से हटा दिया था. जिससे गुस्से में आकर वो बिहार के गोपालगंज निवासी अपने रुम पार्टनर का लैपटॉप, दो मोबाइल और एटीएम लेकर फरार हो गया. उसने एटीएम से 65 हजार रुपए की निकासी भी की. उसका रूम पार्टनर मुन्ना कुशवाहा काफी दिनों तक रंजन से अपना समान लौटाने की आग्रह करता रहा, लेकिन रंजन ने वापस नहीं किया और अपना फोन बंद कर लिया. परेशान होकर मुन्ना कुशवाहा ने पुणे स्थित थाना में रंजन शर्मा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करा दी. उसके बाद महाराष्ट्र पुलिस मुन्ना कुशवाहा के साथ हैदरनगर पहुंची.
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रंजन शर्मा गिरफ्तार
हैदरनगर पुलिस की सहायता से महाराष्ट्र पुलिस ने उसे गिरफतार कर लिया. पूछताछ के दौरान रंजन ने बताया कि मोबाइल फोन उसने बेच दी है, जबकि लैपटॉप रांची में एक दोस्त के पास रखा हुआ है. पुलिस ने लैपटाॉप और मोबाइल फोन को जब्त कर लिया है. हैदरनगर थाना प्रभारी सुरेंद्र प्रसाद ने बताया कि महाराष्ट्र से पांच पुलिसकर्मी हैदरनगर आए थे. उन्होंने पूरी जानकारी दी. उन्हें हैदरनगर पुलिस ने सहयोग कर मामले में रंजन शर्मा को गिरफ्तार कराया है. जब्त सामान के साथ महाराष्ट्र पुलिस रंजन शर्मा को अपने साथ पुणे ले गई है.
रंजन ने मुन्ना को दिया धोखा
बताया जाता है कि मुन्ना कुशवाहा और रंजन शर्मा पक्के दोस्त थे. रंजन की नौकरी जाने के बाद मुन्ना उसे खाने पीने और उसके रहने का भी किराया देता था. उसकी नौकरी लगाने का प्रयास भी कर रहा था, लेकिन रंजन ने मुन्ना को धोखा दिया. धोखा देने के बाद भी मुन्ना कुशवाहा ने कई महीने का उसे समय दिया. वह अपने दोस्त पर प्राथमिकी दर्ज नहीं कराना चाहता था. लगातार फोन से उससे सामान लौटाने का आग्रह भी किया, लेकिन रंजन शर्मा ने उसकी दोस्ती का गला घोंट दिया. ये जानकारी मुन्ना कुशवाहा ने पुलिस को दी.