पलामूः जिला में 43 डिग्री तापमान के बीच वज्रपात की घटना हुई है. इस वज्रपात की कैमरे में भयावह तस्वीर कैद हुई है. पिछले एक सप्ताह से पलामू का तापमान 43 डिग्री सेल्सियस के आसपास चल रहा है.
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लेकिन गुरुवार की देर शाम पलामू में मौसम का मिजाज बदल गया था और सोन के तटीय क्षेत्र में हल्की बारिश हुई. इस बारिश के बीच पलामू के हैदरनगर में वज्रपात की एक भयावह तस्वीर कैद हुई है. यह वज्रपात ताड़ के पेड़ पर हुई, यहां कुछ ही सेकेंड के वज्रपात में तीन पेड़ों में आग लग गयी, अचानक हुई इस घटना ने लोगों को खौफजदा कर दिया. हालांकि इस वज्रपात में जान माल का कोई नुकसान नहीं हुआ है.
वज्रपात के बाद फुलझड़ी जलने जैसा नजारे देखने को मिल रहा था. जिस जगह पर वज्रपात हुई थी वहां से 200 मीटर की दूरी पर ग्रामीण आबादी है. बारिश और वज्रपात के दौरान तेज आंधी भी चल रही थी और ताड़ के पेड़ आपस मे टकरा रहे थे. कुछ देर के लिए यह सब कुछ लोगों को रोमांचित किया, साथ ही साथ उन्हें खौफ में भी डाल दिया है.
पलामू में प्रत्येक वर्ष वज्रपात में 40 से अधिक लोगों की मौत होती. 2022 में गर्मी और बरसात के दिनों में ही वज्रपात में 46 लोगों की जान गई थी. पलामू के इलाके में पिछले कुछ वर्षों में वज्रपात की घटनाएं बढ़ी हैं. वज्रपात से बचाव के लिए पलामू जिला प्रशासन लगातार अपील भी कर रही है और लोगों को जागरुक कर रहा है. 2021 और 2022 में पलामू के विभिन्न इलाकों में 110 जगहों पर वज्रपात की घटना को रिकॉर्ड किया गया है. पलामू के जिस इलाके में माइनिंग अधिक है उस इलाके में वज्रपात के अधिक घटनाएं हो रही हैं.