पलामू:नक्सली संगठन जेजेएमपी के कुख्यात नक्सली सब जोनल कमांडर जयप्रकाश ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है. नक्सल विरोधी अभियान के दौरान हुए इस सरेंडर को पलामू पुलिस बड़ी सफलता मान रही है. पुलिस का कहना है कि अभियान के बाद लगातार कमजोर होते नक्सल संगठन के कैडर अब आत्मसमर्पण करने लगे हैं. इसी कड़ी में पलामू में एक टॉप नक्सली ने आत्मसमर्पण किया है.
JJMP Naxal Surrender: जेजेएमपी के कुख्यात सब जोनल कमांडर जयप्रकाश ने किया सरेंडर, पलामू पुलिस के सामने डाले हथियार
पलामू पुलिस के सामने कुख्यात नक्सली सब जोनल कमांडर जयप्रकाश भुइंया ने आत्मसमर्पण कर दिया है. नक्सल विरोधी अभियान में लगी पुलिस इसे अपने लिए एक बड़ी सफलता मान रही है.
प्रतिबंधित नक्सली संगठन झारखंड जनमुक्ति परिषद यानी जेजेएमपी के सब जोनल कमांडर जयप्रकाश भुइयां ने पलामू पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया है. आत्मसमर्पण करने वाला जय प्रकाश पलामू के चैनपुर थाना क्षेत्र में डोकरा का रहने वाला है. जय प्रकाश ने एसपी चंदन कुमार सिन्हा, सीआरपीएफ 134 बटालियन के कमांडेंट सुदेश कुमार और 172 बटालियन कमांडेंट एनके सिंह के सामने एक देसी कट्टा और गोली के साथ आत्मसमर्पण किया है. जयप्रकाश पलामू के हुसैनाबाद समेत कई इलाकों में सक्रिय रहा है अब कई बड़ी घटनाओं का आरोपी है. आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली ने पलामू पुलिस को कई महत्वपूर्ण जानकारी दी है.
दस्ता में एके 47 लेकर चलता था जयप्रकाश:जयप्रकाश झारखंड जनमुक्ति परिषद में एके 47 लेकर चला करता था, यह छुट्टी पर घर वापस लौटा था, जिसके बाद सुरक्षाबलों के संपर्क में आया और इसने आत्मसमर्पण किया. पुलिस को जयप्रकाश ने बताया है कि वह जमीन विवाद के बाद नक्सल संगठन में शामिल हुआ था. करीब छह वर्ष पहले पर झारखंड जनमुक्ति परिषद के कैडर के संपर्क में आया था जिसके बाद वह नक्सली संगठन में शामिल हो गया.
जयप्रकाश के आत्मसमर्पण में सीआरपीएफ 134 बटालियन ने बड़ी भूमिका निभाई है. सीआरपीएफ के अधिकारियों ने प्रेरित कर आत्मसमर्पण करवाया है. पलामू एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि जयप्रकाश को सरकार की नई दिशा नीति के तहत लाभ दिया जाएगा. इसे ओपन जेल में रखा जाएगा और सरकारी योजनाओं का लाभ भी दिया जाएगा. पलामू में प्रतिबंधित नक्सली संगठन झारखंड जनमुक्ति परिषद के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा इसी कड़ी में यह सफलता मिली है.