पलामू: ईटीवी भारत पर चली खबर के बाद पलामू प्रशासन हरकत में आ गया. रात करीब नौ बजे पास बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई और अब लॉकडाउन के बीच सौ वर्षीय रामराजो देवी अब अपने बेटे के श्राद्धकर्म में शामिल हो सकेंगी.
बिहार की रहनेवाली है महिला
बता दें कि हैदरनगर निवासी अखिलेश तिवारी की सास बिहार के रोहतास निवासी सौ वर्षीय रामराजो देवी फरवरी 2020 के जनवरी में हैदरनगर आयी थी. उनके बड़े बेटे 75 वर्षीय हरिशचंद्र तिवारी की इलाज के दौरान 26 अप्रैल को वाराणसी में मौत हो गई.
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बेटे के श्राद्धकर्म में हो सकेगी शामिल
वहीं, मौत की खबर सुनकर रामराजो देवी बेटे को अंतिम बार भी देखना चाहती थी. मगर लॉकडाउन की वजह से वो रोहतास नहीं जा सकी. इस बीच दाह संस्कार भी हो गया. वह श्राद्धकर्म में शामिल हो सके इसके लिए वृद्ध महिला के दामाद ने टॉल फ्री नंबर 181 पर संपर्क किया. बात नहीं बनी तो उन्होंने ईटीवी भारत का सहारा लिया और अपनी बात रखी.
ईटीवी भारत ने खबर को प्रमुखता से दिखाया
ईटीवी भारत ने खबर को प्रमुखता से दिखाया, जिसके बाद पलामू प्रशासन हरकत में आया. मंगलवार की रात 9 बजे बीडीओ राहुल देव वृद्ध महिला रामराजो देवी के दामाद के हैदरनगर स्थित घर पहुंचे और उनसे मिले. उन्होंने उनके बेटे की मौत से संबंधित मृत्यु प्रमाण पत्र देखा और महिला से विस्तृत जानकारी ली.
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'ईटीवी भारत को धन्यवाद'
बीडीओ ने महिला रामराजो देवी से पास निर्गत करने के लिए आवेदन भी लिया. आवेदन पर बीडीओ और थाना प्रभारी ने अनुसंशा कर अनुमंडल पदाधिकारी हुसैनाबाद को दिया है. अनुमंडल पदाधिकारी कुंदन कुमार ने कहा कि उन्हें पास के लिए उनसे मिलना चाहिए था. उन्होंने कहा कि राज्य से बाहर जाने का मामला है, इसलिए पास जिला से निर्गत किया जाएगा. वृद्ध महिला के दामाद अखिलेश तिवारी ने ईटीवी भारत को धन्यवाद किया है.