पलामू:जिला जज के खिलाफ कार्रवाई की अपनी मांग को लेकर आंदोलनकारी वकीलों का आमरण अनशन मंगलवार को भी जारी है. पलामू बार एसोसिएशन के बैनर तले एडवोकेट सुधा पांडेय के नेतृत्व में वकीलों की 12 सदस्यीय टीम कचहरी परिसर में भूख हड़ताल पर बैठे है. वकीलों के आमरण अनशन को कई संगठनों का समर्थन मंगलवार को मिला.
पलामू में वकीलों का आमरण अनशन जारी, कई संगठनों का मिल रहा समर्थन - Palamu Jharkhand News In Hindi
पलामू जिला के प्रभारी प्रधान जज के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर अधिवक्ताओं ने मंगलवार को भी अपना आमरण अनशन जारी रखा. पलामू बार एसोसिएशन के बैनर तले एडवोकेट सुधा पांडेय के नेतृत्व में वकीलों की 12 सदस्यीय टीम कचहरी परिसर में भूख हड़ताल पर बैठे है. मंगलवार को आंदोलित वकीलों को कई अन्य संगठनों का भी समर्थन मिला.
![पलामू में वकीलों का आमरण अनशन जारी, कई संगठनों का मिल रहा समर्थन Hunger strike of lawyers continues in Palamu](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-6282519-thumbnail-3x2-dfdf.jpg)
पलामू व्यवहार न्यायलय के प्रभारी जिला जज पंकज कुमार को हटाने की मांग को लेकर पलामू बार एसोसिएशन के सदस्य धरने पर हैं. पिछले 15 फरवरी से आंदोलित जिले के सभी वकील आंदोलन पर हैं. वे न्यायिक कार्यो का बहिष्कार कर रहे हैं. बता दें कि 15 फरवरी को कोर्ट परिसर में जिला जज पंकज कुमार और बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सच्चिदानंद तिवारी के बीच विवाद हुआ था. जिसके बाद जज पंकज कुमार पर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष ने मारपीट का आरोप लगाया था.
और पढ़ें- ये महिलाएं सम्मान की हकदार, अपने हुनर के दम पर बनाई है पहचान
पलामू में वकीलों के हड़ताल से अब तक 40 हजार से भी अधिक मामलों की सुनवाई प्रभावित हुई है. पलामू में प्रतिदिन दो से तीन हजार मामले सुनवाई के लिए सूचीबद्ध होते हैं. इस दौरान कई बंदी ऐसे भी हैं, जो जेल से बाहर निकलने वाले थे, लेकिन वे बाहर नहीं निकल पाए हैं. पलामू कोर्ट में करीब 600 वकील प्रैक्टिस करते हैं. इन वकीलों के समर्थन में पूरे राज्य भर के वकील एक दिन कार्यबहिष्कार कर चुके हैं, जबकि मामले में हाई कोर्ट ने भी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष का बयान लिया है. बार कॉउंसिल ऑफ झारखंड भी इस मामले में पहल कर चुका है, लेकिन वकीलों का आंदोलन खत्म नहीं हुआ है.