पलामू: जिला में सरस्वती पूजा धूमधाम से मनाई गई. पूरे इलाके में इस दौरान हर्षोल्लास का माहौल रहा. पलामू में शुक्रवार और शनिवार को मां सरस्वती की प्रतिमा का विसर्जन हुआ. पलामू में इस बार सरस्वती पूजा का सबसे बड़ा आकर्षण का केंद्र मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज रहा है. मेडिकल कॉलेज के छात्रों ने लाखों रुपए खर्च कर भव्य सरस्वती पूजा का आयोजन किया था. मेदिनीनगर के पोखराहा स्थित मेडिकल कॉलेज में दो दिनों तक मेले जैसा माहौल रहा. मेडिकल कॉलेज में छात्र और कर्मचारियों ने मिलकर पूजा का आयोजन किया था.
Grand Saraswati Puja in MMCH Palamu: आकर्षण का केंद्र रहा मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज का आयोजन, शनिवार को हुआ मूर्ति विसर्जन
पलामू में सरस्वती पूजा की धूम रही. जिलेभर में मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज का आयोजन आकर्षण का केंद्र रहा. एमएमसीएच के इस आयोजन में लाखों रुपए खर्च किए गए. भव्य आयोजन के बाद शनिवार को मां सरस्वती की प्रतिमा विसर्जित की गई.
मेडिकल कॉलेज में 250 के करीब छात्र पढ़ाई कर रहे हैं. कोविड-19 के गाइडलाइन में मिली छूट के बाद यहां पहली बार सरस्वती पूजा का आयोजन किया गया था. मेडिकल कॉलेज के पहले बैच के पढ़ाई के दौरान ही कोविड की पाबंदिया लग गई थी. यह पहली बार था कि पूजा को लेकर कोई पाबंदी नहीं थी, जिस कारण पूजा काफी हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. इस दौरान भक्ति जागरण का भी आयोजन किया गया, जिसमें लोग झूमे.
शनिवार को मां सरस्वती की प्रतिमा का विसर्जन किया गया. पलामू के विभिन्न इलाकों में भी शनिवार को मां सरस्वती की प्रतिमा का विसर्जन किया गया. प्रतिमा विसर्जन को लेकर हाई अलर्ट जारी किया गया था और कई इलाकों में पुलिस की नजर थी. प्रशासनिक आंकड़ों के अनुसार पलामू में मां सरस्वती की पांच हजार से भी अधिक प्रतिमाएं स्थापित की गई थी. शुक्रवार को चार हजार के करीब प्रतिमाओं का विसर्जन हो गया था, जबकि शनिवार को बाकी की प्रतिमा विसर्जित हुईं.
सोन, कोयल, अमानत, औरंगा, तहले, बटाने और जिनजोई जैसी नदियों में प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया है. छोटी नदी में पानी नहीं रहने के कारण कई पूजा समितियों ने लंबा सफर तय कर बड़ी नदियों में प्रतिमाओं को विसर्जित किया है. सरस्वती पूजा को लेकर कई इलाकों में पुलिस और दंडाधिकारियों की तैनाती की गई थी. प्रशासनिक टीम चप्पे-चप्पे पर नजर बनाए हुए थे. मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज की प्रतिमा को देखने के लिए सैकड़ों की संख्या में लोग पहुंचे थे.