पलामूः आकाशबाग पर्यावरण की संरक्षण में बड़ी भूमिका निभा सकता है. आकाशबाग छतों के उपर लगाए गए पौधों को कहते हैं. इस शब्द के इस्तेमाल पर जोर पर्यावरणविद सह वन राखी मूवमेंट के प्रणेता कौशल किशोर जायसवाल ने दिया है. इनकी पहल पर देश के सैकड़ों घरों में आकाशबाग लगाए गए हैं. आकाशबाग के माध्यम से पर्यावरण में हो रहे बदलाव को रोकने और ग्लोबल वार्मिंग से निपटने के लिए पहल की जा रही है.
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आकाशबाग का महत्वः सुखाड़ जैसी प्राकृतिक आपदा से जूझने वाले इलाकों में अकाशबाग का महत्व तेजी से बढ़ा है और लोग अपने घरों की छत पर पौधों को लगा रहे हैं. झारखंड का पलामू प्रत्येक दो से तीन वर्षों में सुखाड़ का सामना करता है. पिछले कई वर्षों से इस इलाके का तापमान लगातार बढ़ता जा रहा है. पलामू के इलाके में तेजी से बदल रहे तापमान के बाद आकाशबाग के प्रति जागरुकता बढ़ी है. पर्यावरणविद कौशल किशोर जायसवाल पलामू के रहने वाले हैं, आकाशबाग के महत्वों को लेकर वो जागरुकता अभियान चला रहे हैं. कौशल किशोर जायसवाल देश के कई हिस्सों में सैकड़ों अकाशबाग लगवा चुके हैं. पलामू इलाके में इन की पहल पर दर्जनों लोगों ने अपने घर के छतों पर आकाशबाग लगाया है.