पलामूःजिले के छतरपुर अनुमंडल क्षेत्र के छतरपुर और नौडीहा प्रखंड में पिछले करीब एक महीने से जारी फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ हो गया. ये फर्जीवाड़ा ग्रामीण क्षेत्रों के घरों में घरशुमारी रसीद और आयुष्मान कार्ड बनाने के नाम पर चालीस से पचास रुपए की अवैध वसूली से संबंधित है. ये ठग इतने शातिर थे कि छतरपुर थाना के अधिकारी, सीडीपीओ, जिला परिषद अध्यक्ष सबको अपने झांसे में ले चुके थे. अवैध उगाही मामले का पता जब छतरपुर अनुमंडल पदाधिकारी नरेंद्र गुप्ता को लगा, तो उन्होंने मामले पर त्वरित संज्ञान लेते हुए इस कार्ड की असलियत को खंगाला और पाया कि इस तरह का कोई भी आदेश जिला प्रशासन या सरकार ने नहीं जारी किया है.
फिर देखते ही देखते पूरे क्षेत्र में जारी इस फर्जीवाड़े की सूचना सोशल मीडिया के माध्यम से आग की तरह फैल गई. इन सब बातों से अंजान ठग जब सुबह फिर अपने काम पर निकले और छतरपुर थाना क्षेत्र के गोपलापुर गांव पहुंचे तो इस फर्जीवाड़े के खबर से जागरूक ग्रामीणों ने दो लोगों को धर दबोचा जिनमें एक मौका पाते ही फरार हो गया.
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हैरानी की बात है कि दूसरे अधिकारियों की तरह उसने गांव के वार्ड पार्षद को झांसे में ले लिया था और पूरी रात उन्हीं के घर रुक खातिरदारी भी कराई. ठग के पकड़े जाने की सूचना ग्रामीणों ने छतरपुर पुलिस को दी जिसके बाद पुलिस तत्काल गांव पहुंच कर उस फर्जी सर्वेयर को पकड़ कर थाने ले आई. पकड़े गए व्यक्ति ने अपनी पहचान बिहार के जहानाबाद जिला निवासी श्रवण कुमार के रूप में बताई.
आगे जानकारी देते हुए आरोपी ने बताया कि छतरपुर और नौडीहा में वह कुल बारह लोग अपने गिरोह के सरदार बक्सर के राजपुर थाना निवासी सुमेश्वर चौधरी की ओर से इस काम पर लगाए गए हैं और इस कार्य के लिए उन सबको छह हजार महीने का मानदेय भी नियमित रूप से मिलता है. पकड़े गए व्यक्ति के अनुसार सुमेश्वर चौधरी का संपर्क जिला परिषद अध्यक्ष प्रभा देवी के पति मुनि व्यास से था, जिससे संपर्क साधकर उन्होंने जिला परिषद कार्यालय से एक औपचारिक पत्र निर्गत कराया और फिर से आगे थाना, सीडीपीओ कार्यालय ने बिना जांच पड़ताल किए पत्र निर्गत कर दिया.
इस तरह ये अवैध उगाही का खेल शुरू हो गया और अनुमान के अनुसार अब तक छतरपुर और नौडीहा के करीब पांच सौ से अधिक घरों से पचास पचास रुपए की वसूली कर ली गई. अगर इस मामले का भंडाफोड़ नहीं हुआ होता तो और एसडीओ ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया होता. तो ना जाने कितने लोग ठगी के शिकार हो जाते. फिलहाल गिरफ्तार अभियुक्त से पुलिस पूछताछ कर रही है. वहीं, अनुमंडल पदाधिकारी ने भी उपायुक्त को एक पत्र लिख मामले की जानकारी देते हुए जांच की बात कही है. मामले को एसडीओ ने गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई की है.