पलामूःपड़वा थाना क्षेत्र के कठौतिया कोल माइंस में पिछले दिनों विस्फोट हुआ, जिसमें एक बच्चे की मौत हो गई थी. इस मामले में कंपनी के जीएम सहित 10 अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. इसमें जीएम के साथ साथ एचआर हेड, सेफ्टी मैनेजर और लैंड प्रबंधक शामिल हैं.
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प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई है. बता दें कि सोमवार की शाम पड़वा थाना क्षेत्र के कठौतिया में कोल माइंस विस्फोट की चपेट में आने से 14 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई थी. बच्चा का नाम मंजीत कुमार है, जो कठौतिया का रहने वाला था. मंजीत के पिता के लिखित शिकायत के आधार पर सभी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. मामले में कंपनी के खिलाफ परिजनों और स्थानीय ग्रामीणों ने करीब 12 घंटे तक विरोध प्रदर्शन किया और नारेबाजी की. ग्रामीण और परिजन कंपनी पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए मुआवजा की मांग कर रहे थे.
सदर एसडीपीओ ऋषभ गर्ग के हस्तक्षेप के बाद ग्रामीण और परिजन प्रदर्शन को समाप्त किया. मंगलवार को पुलिस ने शव को पंचनामा के बाद पोस्टमार्टम के लिए एमएमसीएच में भेजा, जहां मेडिकल टीम ने पोस्टमार्टम के लिए रिम्स रेफर कर दिया है. वहीं, ग्रामीणों ने कहा कि मुआवजा नहीं मिलता है तो फिर आंदोलन शुरू करेंगे.
मिली जानकारी के अनुसार मंजीत कुमार माइंस में विस्फोट के बाद निकलने वाले तार को लेने गया था. विस्फोट के बाद मंजीत तत्काल प्रभावित क्षेत्र में चला गया और तार काटने के दौरान गैस की चपेट में आ गया और बेहोश होकर गिर गया. स्थानीय लोगों की मदद से मंजीत को पड़वा स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दी.
घटना के बाद ग्रामीण धरना प्रदर्शन करने लगे. इस दौरान पुलिस और ग्रामीणों के बीच हल्की झड़प भी हुई थी. मंगलवार को माइंस और आसपास के इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई थी. इस घटना के बाद कोयला निकालने के लिए कोई विस्फोट नही किया गया. मंगलवार को कड़ी निगरानी में विस्फोट किया गया, ताकि दुबारा अप्रिय घटना नहीं घटे.