पलामूः पहले जमकर दावत उड़ाई, पेट भरकर खाना खाया. अब बारी बिल की थी, बिल हो गया 13 सौ रुपया. फिक्र नहीं ओहदे में उपमुखिया कोई मामूली बात थोड़ी ना है. लेकिन ये क्या जेब में झांका तो सिर्फ 500 रुपये ही मिले. सभी जेब खंगाल लिए, जेब में इतने ही पैसे और पहाड़ जैसा खाने का बिल. बात इज्जत पर आ गई तो उपमुखिया ने अपना फोन गिरवी रखने की बात होटल मालिक से की. लेकिन इसके लिए होटल मालिक तैयार नहीं हुआ तो तुरंत उन्होंने अपने परिचित पूर्व मंत्री को फोन घुमाया. मदद तो नहीं मिली उल्टे उलाहना मिली कि खाए हो पूरा तो बिल भी भरो पूरा. अब क्या, बिल के भुगतान को लेकर पैसे का विवाद तूल पकड़ लिया. बहस ने जोर पकड़ी तो हाथापाई और मारपीट (Fight for not paying food bill) शुरू हो गयी.
उपमुखिया जी! जेब में 500 बिल हो गया 1300, पूर्व मंत्री से भी नहीं मिली मदद फिर शुरू हुआ दे दनादन - Palamu news
किसी होटल और रेस्त्रां में खाना खाने से पहले अपनी जेब जरूर चेक करें या बैलेंस जरूर चेक लें नहीं तो खाने का बिल आपको काफी महंगा पड़ सकता है. इसकी कीमत आपको अपनी हड्डियों और दांतों से चुकानी पड़ सकती है. ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि ऐसे ही वाकये का शिकार हुए हैं पलामू में सदर थाना क्षेत्र के एक पंचायत के उपमुखिया. क्या हुआ उनके साथ जानिए, इस रिपोर्ट में.
यह घटना पलामू के सदर थाना क्षेत्र के दुबियाखाड़ की है. दरअसल सदर प्रखंड के एक पंचायत के उपमुखिया दुबियाखाड़ स्थित लाइन होटल में अपने कुछ समर्थकों के साथ खाना खाने पहुंचे थे. इस दौरान सभी ने जमकर खाना खाया. जानकारी के अनुसार उन्होंने शराब का भी सेवन किया. खाना खाने के बाद उपमुखिया बिल भुगतान को लेकर मालिक के पास पहुंचे तो बिल 1300 रुपये बताया गया. जिसके बाद होटल मालिक और उपमुखिया के बीच पैसे का विवाद (fight over money dispute) बढ़ गया. विवाद बढ़ने के बाद दोनों तरफ से जमकर मारपीट शुरू हो गई. पुलिस के पहुंचने के बाद पूरा मामला शांत हुआ.
सदर थाना प्रभारी कमलेश कुमार ने बताया कि उपमुखिया और होटल मालिक के आवेदन के आधार पर दोनों पक्षों के तरफ से आधा दर्जन लोगों पर एफआईआर दर्ज किया गया है. पुलिस पूरे मामले में सभी बिंदुओं पर अनुसंधान कर रही है.