पलामू: आपसी वर्चस्व में डॉन कुणाल सिंह मारा गया है. कुणाल सिंह की बुधवार को फिल्मी अंदाज में गोली मारकर हत्या कर दी गई. कुणाल सिंह की हत्या में डब्लू सिंह का तार जुड़ा है. पलामू एसपी अजय लिंडा ने बताया कि आपसी वर्चस्व की लड़ाई में डब्लू सिंह गिरोह ने कुणाल सिंह की हत्या की है. एसपी ने बताया कि अपराधियों ने हत्या को दुर्घटना दिखाने की कोशिश की है.
एसआईटी का गठन
वहीं, तीन संदिग्धों को पुलिस ने हिरासत में लिया है और पूछताछ की जा रही है. पुलिस को हत्या से जुड़े अपराधियों के नाम का पता चला है. पुलिस ने मामले में एसआईटी का गठन किया है, जिसमें एसडीपीओ संदीप कुमार गुप्ता, टाउन थाना प्रभारी अरुण कुमार महथा समेत 12 पुलिस अधिकारी हैं.
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प्लानिंग के साथ फिल्मी अंदाज में कुणाल सिंह की गई है हत्या
डॉन कुणाल सिंह की प्लानिंग के साथ फिल्मी अंदाज में हत्या की गई है. हत्या में शामिल अपराधियों को पता था कि कुणाल सिंह हर दिन अघोर आश्रम के इलाके में जाता था. सोमवार को भी वह अपनी कार से जा रहा था, इसी क्रम में सामने से आ रही सफारी गाड़ी ने उसके कार को टक्कर मारी. उसके बाद सफारी में सवार अपराधियों ने कुणाल सिंह को गोली मार दी. हत्या के बाद सभी अपराधी दो बाइक से फरार हुए हैं. कुणाल की हत्या में 7.65 एमएम पिस्टल का इस्तेमाल हुआ है.
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हत्या में इस्तेमाल होने वाला सफारी चार दिन पहले हुआ था ट्रांसफर
कुणाल सिंह की हत्या में इस्तेमाल होने वाली कार (सफारी) 30 मई को ट्रांसफर हुआ था. पलामू के लेस्लीगंज के सुमित कुमार गिरी ने मेदिनीनगर के हमीदगंज के स्वेतकेतु नाम के व्यक्ति को बॉन्ड लिखकर ट्रांसफर किया था. स्वेतकेतु दो दिन से घर से फरार है. पुलिस हत्या में शामिल शूटरों की पहचान की कोशिश कर रही है. पुलिस को आशंका है कि सफारी गाड़ी को हत्या में इस्तेमाल करने के लिए खरीदा गया था.