सुरक्षाबलों के बाइक पेट्रोलिंग से खौफ में नक्सली और अपराधी, सीआरपीएफ ने संभाला मोर्चा
पलामू जैसे अति नक्सल प्रभावित इलाके के लिए पंचायत चुनाव के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता बनाने के लिए खास रणनीति अपनाई गई है. इस रणनीति के तहत बाइक पेट्रोलिंग की जा रही है, जिससे नक्सली और अपराधियों में खौफ का महौल है और ग्रामीणों के बीच सुरक्षा को लेकर भरोसा जगा है.
पलामू: झारखंड में जारी पंचायत चुनाव में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कई कदम उठाए गए हैं. पलामू रेंज में पंचायत चुनाव का दूसरा चरण शांतिपूर्ण गुजर गया है. तीसरे और चौथे चरण के लिए भी प्रशासनिक तंत्र ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की है. पलामू देश के अति नक्सल प्रभावित जिलों में से एक है. चुनाव के दौरान इस इलाके में नक्सलियों और अपराधियों से निपटने के लिए पुलिस और सुरक्षा पर खास रणनीति अपनाते हैं. पंचायत चुनाव में नक्सलियों और अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए बाइक दस्ता तैयार किया है. यह बाइक दस्ता पलामू में तैनात सीआरपीएफ 134 बटालियन का है.
सीआरपीएफ के इस बाइक पेट्रोलिंग से नक्सली और अपराधी खौफ में हैं. इस बाइक दस्ते ने बिहार से सटे हुए सीमावर्ती इलाके और पलामू के आंतरिक इलाकों में चुनाव के दौरान सुरक्षा व्यवस्था की कमान को संभाले हुआ है. सीआरपीएफ 134 बटालियन के द्वितीय कमान अधिकारी राजीव कुमार झा ने बताया कि पलामू जैसे अति नक्सल प्रभावित इलाके के लिए चुनाव के दौरान खास रणनीति अपनाई गई है. बाइक पेट्रोलिंग के माध्यम से लोगों में विश्वास जगाया जा रहा है कि वह सुरक्षित हैं. पेट्रोलिंग के माध्यम से एक सुरक्षित माहौल भी तैयार किया गया है, जिस कारण लोग वोटिंग के लिए उत्साहित हैं.