धनबाद: जिले में कोयला उत्पादन करने वाली बीसीसीएल और उसके अधीन चलने वाली आउटसोर्सिंग कंपनियों के कारण हजारों लोगों की जिंदगी खतरे में है. अगर समय रहते बीसीसीएल गंभीर नहीं हुई तो किसी भी दिन एक बड़ा हादसा हो सकता है. तस्वीरें ऐसी हैं कि इसे देख कर किसी को भी विचलित कर दे. दीवारों में बड़ी बड़ी दरारें आ गईं हैं और जमीन फट गई है.
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झरिया बीसीसीएल पूर्वी झरिया क्षेत्र भौरा के 12 नंबर के लोगो को डर के साए में जीने को विवश हैं, क्योंकि भौरा देव प्रभा आउटसोर्सिंग खदान में लगातार हो रही हैवी ब्लास्टिंग के चलते आस पास रहने वाले लोगों घर और पास का ही एक स्कूल जमींदोज होने की कगार पर हैं. घरों और स्कूल में बड़ी बड़ी दरारें पड़ गईं हैं, कहीं-कहीं तो फर्श भी फट गया है. इन सब के बीच स्कूल में बच्चे डर के साये में पढ़ाई करते हैं. स्कूल परिसर के बाहर आने जाने वाले रास्ते की जमीन भी फट गई है. यानी घर से लेकर स्कूल तक कही भी बच्चे सुरक्षित नहीं हैं.
यहां रहने वाले लोगों ने का आरोप है कि लगातार हैवी ब्लास्टिंग के कारण उनके घरों में दरार आ गई हैं, इसे लेकर उन्होंने कई बार प्रशासन से गुहार भी लगाई लेकिन नतीजा सिफर ही रहा है.
वहीं, इस मामले को लेकर स्कूल संचालक राजेंद्र महतो ने बताया कि हमारे स्कूल को जर्जर और जमींदोज की स्थिति में लाने वाला कोई और नहीं बल्कि बीसीसीएल कंपनी के भौरा महाप्रबंधक और देव प्रभा आउटसोर्सिंग कंपनी है. दोनों ही लोग डीजीएमएस के नियमों का उल्लंघन करते हुए कोयला उत्खनन का कार्य कर रही हैं. स्कूल संचालक ने अंत में यह कहा कि फिलहाल तो गर्मी छुट्टी चल रही है, गर्मी छुट्टी समाप्त होने से पहले बीसीसीएल महाप्रबंधक हमे स्कूल संचालीत के लिए सुरक्षित स्थान दें, अगर महाप्रबंधक गर्मी छुट्टी समाप्त होने से पहले उन्हें सुरक्षित स्थान नहीं देती है तो सभी शिक्षक और छात्र छात्राएं महाप्रबंधक के कार्यालय में पढ़ने और पढ़ाने का काम करेंगे.
स्थानीय लोगों का भी कहना कि अगर बीसीसीएल महाप्रबंधक इन्हें सुरक्षित स्थान नहीं देता तो जैसे कुछ दिन पहले जिस तरह से चाल धंसने से 3 लोगों की मौत हुई थी, वैसे ही कई लोग जमीन के अंदर समा जाएंगे. उन्होंने कहा कि अब बरसात आने वाला है ओर बारिश में घर गिरने का खतरा भी ज्यादा होगा.