पलामू: कोरोना काल का फायदा उठाकर माओवादी समेत विभिन्न नक्सली संगठन अपने कैडर को मजबूत बनाने की फिराक में जुटे हैं. इस संबंध में सुरक्षा एजेंसियों ने अलर्ट जारी किया है. कोरोना ने नक्सल संगठनों के अर्थ तंत्र को प्रभावित किया है. ऐसे में विभिन्न नक्सल संगठनों को मिलने वाली लेवी बेहद कम हो गई है, जिसके बाद नक्सली संगठन खुद को मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं.
झारखंड के पलामू में कई नक्सली संगठनों का दबदबा रहा है. कोरोना संक्रमण काल में तमाम नक्सली कमांडर एक बार फिर से संगठन को आर्थिक रूप से मजबूत करने की फिराक में जुट गए हैं. एक लंबे अरसे के बाद पलामू के इलाके में माओवादियों का एक दस्ता सक्रिय हुआ है, जो लगातार हरिहरगंज, छतरपुर, पांडू, विश्रामपुर और नौडीहा बाजार के इलाके में भ्रमण कर रहा है.
पलामू के ग्रामीण इलाकों में माओवादी दस्ते को ग्रामीणों ने किसी भी प्रकार का सहयोग नहीं कर रहे हैं. यहां तक कि उन्हें भोजन और पानी भी नहीं दिया जा रहा है. गांव के किसी भी घर में घुसने की इजाजत नक्सलियों को नहीं दी जा रही है. ग्रामीणों का साफ कहना है कि कोरोना का डर है, वे बाहरी को किसी भी कीमत पर गांव में नहीं रखना चाहते. ऐसे में नक्सली खुद सुरक्षित रखने की ख्याल से लोगों से नहीं मिल रहे हैं और सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रख रहे हैं.
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