पलामू: पुलिस और सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के गढ़ बूढ़ापहाड़ में एक और कील ठोंका है. बूढ़ापहाड़ के इलाके के बहेराटोली में पिकेट की स्थापना की गई है. पिकेट में सीआरपीएफ को दो कंपनी की तैनाती की गई है. भविष्य में इसी पिकेट में स्थाई तौर पर कोबरा के जवानों की तैनाती की जाएगी. कोबरा के जवान इसी इलाके से बूढ़ापहाड़ में नक्सल विरोधी अभियान चलाएंगे. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि बूढ़ापहाड़ के इलाके के लिए खास योजना तैयार की गई है, जिसके तहत पुलिस और सुरक्षाबल काम कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ सीमा पर दो और पुलिस कैंप स्थापित किए जाएंगे. पुलिस कैंप के माध्यम से पूरा इलाका सेनेटाइज हो जाएगा.
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बूढ़ापहाड़ के बहेराटोली में स्थापित हुआ पिकेट, छत्तीसगढ़ सीमा पर स्थापित होगा दो और कैंप
बूढ़ापहाड़ के इलाके के बहेराटोली में पिकेट की स्थापना की गई है. कोबरा के जवान इसी इलाके से बूढ़ापहाड़ में नक्सल विरोधी अभियान चलाएंगे. पुलिस कैंप के माध्यम से पूरा इलाका सेनेटाइज हो जाएगा.
बूढ़ापहाड़ के इलाके में एक दर्जन के करीब स्थापित हुआ पुलिस कैम्प:करीब 52 वर्ग किलोमीटर में फैले हुए बूढ़ापहाड़ के इलाके में एक दर्जन के करीब पुलिस कैम्प स्थापित किए गए हैं. बूढ़ापहाड़ का इलाका छत्तीसगढ़ और झारखण्ड के गढ़वा, लातेहार से सटा हुआ है. गढ़वा की तरफ में मदगड़ी, बड़गड, हेसातु, कुल्ही समेत आधा दर्जन से अधिक पिकेट स्थापित किए गए हैं. जबकि लातेहार के इलाके में मंडल, मोरवाई, करमडीह समेत आधा दर्जन से अधिक पुलिस कैम्प स्थापित हैं.
माओवादियों ने 2013-14 में बूढ़ापहाड़ के इलाके को यूनीफाइड कमांड बनाया था. फिलहाल बूढ़ा पहाड़ के इलाके में टॉप माओवादी कमांडर मिथिलेश मेहता के नेतृत्व में दस्ता सक्रिय है. बूढ़ापहाड़ के इलाके से माओवादी पलामू, गढ़वा, लातेहार, गुमला, सिमडेगा और लोहरदगा के इलाके में अपनी गतविधि को संचालित करते हैं.