पलामूः सुरक्षाबलों की ओर से गुरुवार को बूढ़ा पहाड़ पर माओवादियों के खिलाफ ऑपरेशन ऑक्टोपस (Search operation on Budha Pahar) चलाया गया. ऑपरेशन के दौरान सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली है. सुरक्षाबलों ने झारखंड-छत्तीसगढ़ सीमा से सटे इलाके बूढ़ा पहाड़ से 12 शक्तिशाली लैंडमाइंस बरामद किया है. लैंडमाइंस की वजन 10 से 15 किलो के बीच बताई जा रही है.
पलामू में बूढ़ा पहाड़ से 12 लैंड माइंस बरामद, जमीन के अंदर माओवादियों ने छिपा रखा था विस्फोटक
सुरक्षाबलों ने बूढ़ा पहाड़ पर सर्च ऑपरेशन (Search operation on Budha Pahar) चलाया. इस ऑपरेशन के दौरान 12 लैंडमाइंस बरामद किया गया है. सुरक्षाबलों ने बताया कि पांच हजार विस्फोटक होने की आशंका है.
यह भी पढ़ेंःJharkhand: बूढ़ा पहाड़ से हथियारों का जखीरा बरामद, माओवादियों ने चप्पे-चप्पे पर लगाया है आईडी बम
सुरक्षाबलों ने बताया कि माओवादियों ने विस्फोटक को जमीन के नीचे छिपा कर रखा था. बरामद सभी लैंडमाइंस को नष्ट कर दिया गया है. गुरुवार को कोबरा, सीआरपीएफ 172 और 62 बटालियन और जिला बल की टीम माओवादियों के खिलाफ सर्च अभियान चलाया. इस अभियान के दौरान बूढ़ा पहाड़ के तलहटी के पास कुछ संदिग्ध वस्तु नजर आई. फिर सुरक्षाबलों ने छानबीन किया तो माओवादियों द्वारा छिपाये लैंडमाइंस और भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद किया गया.
सुरक्षाबलों की ओर से बूढ़ा पहाड़ को सैनिटाइज करने को लेकर अभियान चलाया जा रहा है. बूढ़ा पहाड़ के इलाके में लातेहार और गढ़वा की तरफ से चार पुलिस कैंप स्थापित किए गए हैं. सुरक्षाबलों को आशंका है कि बूढ़ा पहाड़ इलाके में माओवादियों ने 5000 से अधिक लैंडमाइंस छिपा कर रखा गया है. अब तक सुरक्षाबलों ने 250 से अधिक लैंडमाइंस बरामद किया है. बुढ़ा पहाड़ पर माओवादियों के खिलाफ गढ़वा और लातेहार से अलग-अलग सुरक्षाबलों की टीम अभियान चला रही है. गुरुवार को जिस इलाके से सुरक्षाबलों ने लैंडमाइंस बरामद किया है, वह इलाका छत्तीसगढ़ से महज 200 मीटर की दूरी पर है.