पलामू:कोविड-19 (Covid-19) काल में जिले में 60 दिनों के अंदर 1 हजार 606 लोगों ने जान गंवाई है. प्रशासनिक रिकॉर्ड में पलामू में कोविड-19 से मौत का आंकड़ा सिर्फ 110 ही है. बाकी लोगों की मौत के कई कारण हैं. वहीं, जिले में स्वाथ्य विभाग ने कोविड-19 काल में लोगों के स्वास्थ्य को लेकर सर्वे करवाया था. यह सर्वे दो चरणों में हुआ था. सर्वे में चौंकाने वाले आंकड़े निकलकर सामने आए हैं.
ये भी पढ़ें- पलामू: कोरोना की तीसरी लहर को लेकर तैयारी जोरों पर, बच्चों के लिए स्पेशल कोविड-19 वार्ड 10 दिन में होगा तैयार
पलामू में विगत 2 महीने में 1606 लोगों की मौत हुई है. सबसे अधिक चैनपुर में 227, जबकि विश्रामपुर में 202 लोगों की मौत हुई है. सबसे कम लेस्लीगंज के इलाके में सिर्फ छह लोगों की मौत हुई है. चैनपुर के बसरिया कलेक्टर के इलाके में 35 जबकि नेवरा कलेक्टर के इलाके में 26 लोगों की मौत हुई है. सर्वे के दौरान पलामू स्वास्थ विभाग की टीम 3 लाख 63 हजार 643 घरों तक पहुंची थी और 18 लाख 14 हजार 286 लोगों की स्वास्थ्य रिपोर्ट ली है.
सदर प्रखंड पंचायत के एक व्यक्ति बताते हैं कि जिस वक्त ये मौतें हो रहीं थीं, लोगों में खौफ कायम है. ग्रामीण इलाके में लोगों का इलाज करने वाले ग्रामीण चिकित्सक कहते हैं कि दो महीने काफी चुनौतीपूर्ण रहा. कई लोगों में सर्दी-बुखार के लक्षण थे लेकिन कोविड नहीं था. ग्रामीण बताते है कि गांव में कैंप भी लगा था लेकिन कोविड-19 पॉजिटिव लोग नहीं निकले.
राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के पलामू डीपीएम दीपक कुमार बताते हैं कि जिले में कोविड से 110 लोगों की मौत हुई है. उन्होंने बताया कि लोगों की मौत के कई कारण हैं. कई लोगों की सामान्य तौर पर मौत हुई है जहां-जहां भी मौत के आंकड़े अधिक थे, वहां-वहां जां कैंप लगाए गए थे. लेकिन लोग कोविड-19 पॉजिटिव नहीं मिले थे. उन्होंने बताया कि आबादी के अनुसार यह मौत के आंकड़े चिंताजनक नहीं है.