पाकुड़: नगर परिषद वार्ड की सामान्य बैठक शनिवार को हंगामे की भेंट चढ़ गई. बैठक के शुरू होते ही वार्ड पार्षद सहित जलापूर्ति व्यवस्था ठप रहने और नियमित साफ-सफाई नहीं होने के मामले को प्रमुखता से उठाया और पेयजल समस्या से परेशान शहरवासियों को समस्या से मुक्ति दिलाने की मांग की.
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अभियंताओं के वेतन भुगतान पर रोक
वार्ड पार्षदों ने नियमित साफ-सफाई नहीं होने पर भी सवाल उठाया है. इसे गंभीर मामला बताते हुए पहले इसी बिंदु पर चर्चा करने की मांग की. वार्ड पार्षदों के आक्रोश और नगर परिषद की ओर से संतोषजनक जवाब नहीं दिए जाने पर वार्ड की बैठक में सर्वसम्मति से शहरी जलापूर्ति व्यवस्था की बहाली और साफ सफाई का काम पूरा नहीं होने तक नगर परिषद के कर्मियों और अभियंताओं के वेतन भुगतान पर रोक लगाने का निर्णय लिया.
कई एजेंडों पर होनी थी चर्चा
नगर पंचायत अध्यक्ष संपा साहा ने बताया कि कार्यपालक पदाधिकारी को एक सप्ताह के अंदर सभी अवैध वाटर कनेक्शन को विच्छेद करने का निर्देश दिया गया है. उन्होंने बताया कि पिछले वार्ड की बैठक की संपुष्टि के लिए 15वें वित्त आयोग, सैरात जलापूर्ति, सिदो-कान्हू मुर्मू पार्क के जीर्णोद्धार और राजस्व वृद्धि पर चर्चा होनी थी, जिसे एजेंडा में रखा गया था.
लेकिन वार्ड पार्षदों ने शहरी जलापूर्ति व्यवस्था बाधित और साफ-सफाई का काम सही ढंग से नहीं होने के मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की. उन्होंने बताया कि कार्यपालक पदाधिकारी ने दोपहर 12 बजे से 5 बजे तक बैठक की समय निर्धारित की गई है, लेकिन समय पूरा हो जाने के कारण एजेंडे पर कोई चर्चा नहीं हो पायी. बैठक में उपाध्यक्ष सुनील कुमार सिन्हा और कार्यपालक पदाधिकारी गंगाराम ठाकुर के अलावा सभी वार्डों के वार्ड पार्षद, सिटी मैनेजर और अभियंता मौजूद थे.