पाकुड़: देशभर में प्रसिद्ध बैद्यनाथ धाम देवघर से निकाली गई संथाल परगना तीर्थाटन यात्रा रविवार को पाकुड़ पहुंची. जिले के गुमामोड़ पर यात्रा पर निकले कथावाचक प्रदीप भैया जी महाराज का यह भव्य स्वागत किया गया. इस दौरान उन्होंने शहीद सिद्धू-कान्हू की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर जिले में अपनी यात्रा की शुरुआत की.
सिद्धू-कान्हू का वंदन कर हुई तीर्थाटन यात्रा की शुरुआत, क्षेत्र में खोलेंगे कई स्कूल
देशभर में प्रसिद्ध बैद्यनाथ धाम देवघर से निकाली गई संथाल परगना तीर्थाटन यात्रा रविवार को पाकुड़ पहुंची. जिले के गुमामोड़ पर यात्रा पर निकले कथावाचक प्रदीप भैया जी महाराज का यह भव्य स्वागत किया गया. इस दौरान उन्होंने शहीद सिद्धू-कान्हू की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर जिले में अपनी यात्रा की शुरुआत की.
उन्होंने अमड़ापाड़ा स्थित सार्वजनिक दुर्गा मंदिर, बजरंगबली मंदिर, पाडेरकोला स्थित श्याम परगना, लिट्टीपाड़ा स्थित बजरंगबली मंदिर, सिद्धू-कान्हू की प्रतिमा का दर्शन पूजन एवं वंदन किया. इस दौरान पारंपरिक रीति-रिवाज से महाराज का आदिवासी महिला-पुरुषों ने स्वागत किया. मोहुलबोना में प्रदीप भैया जी महाराज ने ग्रामीणों के साथ घंटों विचार मंथन भी किया. उन्होंने मोहुलबोना गांव में बच्चों को मुफ्त शिक्षा देने के लिए स्कूल खोलने की बात कही.
तीर्थाटन यात्रा प्रभारी प्रभाकर शांडिल्य ने बताया की यात्रा का मुख्य उद्देश्य संताल परगना के पारंपरिक धार्मिक स्थल यथा जाहेरथान, मांझीथान एवं देवी देवताओं के मंदिरों का दर्शन वंदन एवं पूजन करना है. उन्होंने बताया कि शिक्षा, स्वास्थ्य एवं स्वालंबन सेवा फाउंडेशन का मुख्य मकसद है. इस यात्रआ में देवघर के अलावा बिहार, दिल्ली और रांची के प्रतिनिधि भी पहुंचे थे.