पाकुड़: जिला के पाकुड़िया प्रखंड में विषाक्त भोजन खाने से एक ही परिवार के तीन बच्चों की मौत हो गई. जबकि बच्चे के माता-पिता की हालात गंभीर है, घटना बीते सोमवार देर रात की है. मामले की जानकारी आज पाकुड़िया थाने की पुलिस को मिली. सूचना मिलते ही पुलिस पहुंची और मामले की जानकारी मेडिकल टीम को दी.
जानकारी के मुताबिक सोमवार की संध्या में बबलू हेम्ब्रम उसकी पत्नी सुहागिनी सोरेन और उसका पुत्र 15 वर्षीय संजय हेम्ब्रम, 11 वर्षीय अजीत हेम्ब्रम और 7 वर्षीय उज्जवल हेम्ब्रम बासी भात, आलू व कुंद्री की सब्जी और इमली का चटनी खाकर सो गया. देर रात सभी को उल्टी व दस्त होने लगी और हालात इतनी गंभीर हो गई कि तीनों बच्चों की मौत घर पर ही हो गई. आसपास के लोगों ने गांव के ही झोलाछाप डाॅक्टर से बबलू हेम्ब्रम और सुहागिनी सोरेन का इलाज रातभर कराया. तीन लोगों की मौत की सूचना किसी ने पाकुड़िया थानेदार को दी. सूचना मिलते ही थाना प्रभारी दल-बल के साथ पहुंचे और तीनों बच्चों के शव को पोस्टमार्मट के लिए अस्पताल भेजा.
जब पूछताछ की गयी तो आस-पास के लोगों ने बताया कि बबलु हेम्ब्रम और उसका परिवार रात में भोजन करने के बाद सो गया था और सभी की हालात खराब हो गयी. पाकुड़िया थाना प्रभारी ने बबलु हेम्ब्रम और सुहागिनी को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा और मामले की जानकारी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को दी. इधर सूचना मिलते ही मेडिकल टीम पहुंची और घर में रखे गये भोजन की जांच की. थाना प्रभारी मदन कुमार ने बताया कि बबलू और सुहागिनी का इलाज चल रहा है और दोनों खतरे से बाहर हैं. तीन बच्चे की मौत के बाद गांव में मातम सा छा गया है.
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विषाक्त भोजन से हुई तीन बच्चे की मौत के मामले में डीसी कुलदीप चौधरी ने ईटीवी भारत को बताया कि सूचना मिलते ही उपाधीक्षक डा. एसके झा, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं बीडीओ को मामले की जांच करने भेजा गया. उन्होंने बताया कि प्रथम दृष्टया विषाक्त भोजन से मौत होने का मामला सामने आया है. डीसी ने कहा कि मेडिकल बोर्ड का गठन कराकर आगे की कार्रवाई की जायेगी.