पाकुड़: झुंड से बिछड़े हाथी अमड़ापाड़ा से निकलकर अब लिट्टीपाड़ा के जंगलों में भटक रहे हैं. हाथी लिट्टीपाड़ा के जंगलो में घूमने के कारण जंगलों आसपास रहने वाले ग्रामीणों के बीच भय व्याप्त है. हाथी के भय से ग्रामीण रतजगा कर रहे हैं तो वहीं, वन विभाग की टीम रातभर गश्ती में जुटी है.
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चलाया गया जागरूकता अभियान
रेंजर अनिल कुमार सिंह ने बताया कि हाथी लिट्टीपाड़ा प्रखंड के सठिया मिशन के जंगलो में घूम रहा है और हाथी के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं करें. इसको लेकर जागरूकता अभियान चलाया गया. रेंजर ने बताया कि जंगलो में स्थित कई ग्रामीणों को घर खाली करने को कहा गया है ताकि रात्रि के समय में हाथी किसी को नुकसान नही पहुंचा सके.
उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को झुंड में रहने, महुआ शराब घर में नहीं बनाने, रात्रि में घरों के आसपास आग जलाने, आग में सूखी मिर्च व तंबाकू जलाने की सलाह दी गई है ताकि हाथी सूखी मिर्च और तंबाकू के गंध से दूर भाग जाए.
रेंजर ने ग्रामीणों को दी सलाह
रेंजर ने कहा कि जंगलों से सटे आसपास के ग्राम प्रधानों और ग्रामीणों से भी बातचीत की गई और उन्हें हाथी के साथ छेड़छाड़ नहीं करने की सलाह दी गई है. रेंजर ने कहा कि दुमका और गोड्डा से भी वन विभाग की टीम पहुंची और हाथी किसी को नुकसान नहीं पहुंचाए, इसके लिए कैंप किया जा रहा है.
रेंजर ने बताया कि हाथी को इसलिए दूसरे क्षेत्र में नहीं भगाया जा रहा कि यदि उसके साथ छेड़छाड़ की गई तो हाथी किसी और क्षेत्र में उत्पात मचाएगा और इससे आम लोगों को नुकसान होगा. रेंजर ने बताया कि हाथी पर गोड्डा, दुमका और पाकुड़ जिले की वन विभाग की टीम नजर बनाए हुए और रातभर गश्त की जा रही है.
हाथी ने वृद्ध को था कुचला
बीते दिनों झुंड से बिछड़कर एक हाथी दुमका जिले के जंगलों से अमड़ापाड़ा प्रखंड में प्रवेश कर गया था और एक वृद्ध को कुचल दिया था. जिससे उसकी मौत हो गयी थी, जबकि दो महिला और एक बच्ची घायल हो गई थी. हाथी को ग्रामीणों ने खदेड़ दिया और वह लिट्टीपाड़ा के जंगल में घूम रहा है, जिससे ग्रामीणों में यह भय हो गया कि किसी को नुकसान न पहुंचा दे.