पाकुड़: प्रधानमंत्री के टीबी मुक्त भारत अभियान के सपने को साकार करने में जिले के पत्थर व्यवसायी भी कदम से कदम मिलाने के लिए आगे आ रहे हैं. इसी कड़ी में हिरणपुर प्रखंड के कस्तुरी फुटबॉल मैदान में जिले के 63 यक्ष्मा रोग से ग्रसित मरीजों को गोद लिया गया (Stone Businessman Adopted 63 TB Patients). जिन यक्ष्मा रोगियों को पत्थर व्यवसायी ने गोद लिया है, उनमें अधिकांश अत्यंत गरीब वर्ग के आदिवासी है.
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2025 तक भारत को टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य:प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत सामुदायिक जुड़ाव पर विशेष जोर दिया जा रहा है. प्रधानमंत्री ने व्यक्तियों और संगठनों को पोषण और नैदानिक सहायता के लिए रोगियों को गोद लेने के लिए प्रोत्साहित किया. यह काम स्वास्थ और परिवार कल्याण विभाग कर रहा है. इसी के तहत कार्यक्रम का आयोजन कर रोगियों को गोद लिया गया. सीनियर ट्रीटमेंट सुपरवाइजर सदानंद ओझा ने बताया कि 2025 तक भारत को टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य सरकार ने तय किया है और स्वास्थ विभाग व्यक्तियों और संगठनो को रोगियों को गोद लेने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है.
पत्थर व्यवसायी ने 63 रोगियों को लिया गोद:पत्थर व्यवसायी लुतफुल हक ने कहा कि प्रधानमंत्री के 'टीबी हारेगा देश जीतेगा' के सपने को साकार करने में हमने अपने सामाजिक दायित्वों का निवर्हन करते हुए 63 रोगियों को गोद लिया है. जिन्हें पोषाहार मुहैया करायेंगे. पत्थर व्यवसायी ने मेडिकल कैंप लगाकर हजारों ग्रामीणों की स्वास्थ्य जांच कराया. सभी के बीच कंबल का भी वितरण किया. जिन यक्ष्मा रोगियों को पत्थर व्यवसायी ने गोद लिया है, उनमें अधिकांश आदिवासी वर्ग के लोग है जो अत्यंत गरीब है. मौके पर हिरणपुर थाना प्रभारी अमर कुमार मिंज, पंचायत प्रतिनिधि भी मौजूद थे.