पाकुड़: तस्करी के लिए ले जाए जा रहे 29 ऊंट में से सात की मौत एक माह में हो गयी. वन विभाग ने ऊंटों का पोस्टमार्टम कराकर वन कार्यालय के निकट ही दफन करा दिया. वन क्षेत्र पदाधिकारी अनिल कुमार सिंह ने बताया कि बीते 12 जनवरी को 14 और 2 फरवरी को 15 ऊंट जब्त किए गए थे, जिसमें सात ऊंटों की बीमारी के कारण मौत हो गयी.
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वापस राजस्थान भेजे जाएंगे सभी ऊंट
जानकारी के मुताबिक राजस्थान और हरियाणा से पश्चिम बंगाल से ट्रक में लादकर ऊंट ले जाए जा रहे थे. पाकुड़ जिला मुख्यालय स्थित वन चेकनाका से ट्रक सहित कुल 29 ऊंटों को जब्त किया था, जबकि तस्करी में शामिल 12 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था. जब्त सभी ऊंटों को वन कार्यालय परिसर में रखा गया.
कई ऊंट अपने पैर पर खड़ा नहीं हो पा रहे थे तो कई के शरीर में जख्म पाए गए. वन विभाग के अधिकारियों ने मामले की जानकारी पशु चिकित्सक को दी और सभी उनका इलाज शुरू कराया गया. इलाज के दौरान ही सात ऊंटों की मौत हो गयी. वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक तस्करों की लापरवाही बरतने के कारण ऐसा हुआ है. वन क्षेत्र पदाधिकारी अनिल कुमार सिंह ने बताया कि वर्तमान में कुल 22 ऊंट हैं और सभी का वैक्सीनेशन कराया जा रहा है. उन्होंने बताया कि वैक्सीनेशन के बाद सभी जब्त ऊंट को राजस्थान भेज दिया जाएगा.
रेंजर ने बताया कि मृत ऊंटों की याद में वन कार्यालय परिसर में पंचवटी उद्यान बनाया जाएगा, ताकि लोगों में संदेश जाए कि पशुओं के साथ क्रूरता न हो और उनकी याद हमेशा रहे.