पाकुड़: सूबे में स्कूली शिक्षा पर विशेष जोर दिया जा रहा है. हाल ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 80 उत्कृष्ट विद्यालयों का उद्घाटन किया है. जिसमें विद्यार्थियों की पढ़ाई के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं मौजूद हैं. बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना सरकार का उद्देश्य है. वहीं दूसरी तरफ ऐसे शिक्षकों पर भी नकेल कसा जा रहा है, जो स्कूल से गायब रहते हैं. पाकुड़ में भी विद्यालय से गायब रहने वाले शिक्षकों के खिलाफ जिला प्रशासन अब सख्त हो गया है.
प्रशासनिक अधिकारियों ने सभी प्रखंड मुख्यालय एवं दुरस्थ इलाकों के विद्यालयों में ओचक निरीक्षण किया. जिससे गायब रहने वाले शिक्षकों के होश उड़ गए. अधिकारियों ने इसकी रिपोर्ट डीसी से की है. ओचक निरीक्षण के क्रम में दर्जनों विद्यालयों में शिक्षक गायब मिले, कई विद्यालय बंद पाए गए तो कुछ में बच्चो की उपस्थिति नामांकन का 50 प्रतिशत भी नहीं पाया गया.