पाकुड़: 10 जून को रांची में हिंसा के बाद झारखंड में सियासत जारी है. बीजेपी जहां इस मुद्दे पर सरकार को घेरने में जुटी है. वहीं जेडीयू ने भी अब इस मामले में प्रशासन पर नाकाम रहने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि र झारखंड में खुफिया विभाग ने साजिश के तहत बड़ी घटना को अंजाम देने की रिपोर्ट पहले ही कर दी थी लेकिन प्रशासन के द्वारा इस पर ध्यान नहीं दिया गया.
ये भी पढ़ें:- पूर्व सीएम रघुवर दास ने मेनरोड के महावीर मंदिर में की पूजा, हिंसक घटना की जांच NIA से कराने की मांग की
हाथ पर हाथ धर कर बैठी है सरकार: प्रदेश अध्यक्ष खीरू महतो ने कहा कि नूपुर शर्मा के विवादित बयान के बाद पार्टी ने उसे निकाल दिया. उन्होंने कहा कि कुवैत में भी आंदोलन हुआ और वहां की सरकार ने आंदोलन में शामिल लोगों को गिरफ्तार किया और जो भी उसमें बाहरी लोग थे उसका वीजा रद्द कर वैसे लोगो को उसके देश वापस करने का काम कर रही है. इतना ही नही जिन राज्यो में सरकार अलर्ट है वहां घटना को रोकने के साथ कार्रवाई भी की गई. लेकिन झारखंड में अब भी सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है.
झारखंड में जेडीयू होगी मजबूत: खीरू महतो ने कहा कि झारखंड में जेडीयू को मजबूत करने के लिए सभी जिलों का भ्रमण किया जा रहा है. पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर समीक्षा की जा रही है. प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जनता दल यूनाइटेड से नए कार्यकर्ताओं को जोड़ने, ग्रामस्तर पर संगठन को मजबूत करने, पार्टी की नीति सिद्धान्त को लोगो को बताने का निर्देश सभी मंच मोर्चा से जुड़े पार्टी पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं को दिया गया है. उन्होंने हेमंत सरकार पर कहा कि विकास के नाम पर यहां के लोगो को ठगने का काम किया है. उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार को बिहार राज्य को देखकर सीखना चाहिए कि विकास कैसे होता है. प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि देश मे बिहार एक ऐसा राज्य है जिसके मॉडल को केंद्र सरकार पूरे देश मे लागू कर रही है.