पाकुड़ः झारखंड में कोरोना वाइरस को लेकर और प्रशासन अलर्ट मोड पर है. एहतियात के तौर पर प्रशासन हरसंभव कदम उठा रहा है. सरकार राज्य के सभी जिलों में लॉकडाउन का सख्ती से पालन किया जा रहा है. साथ ही इसका उल्लंघन करने वालों से भी पुलिस सख्ती से निपट रही है.
यहां पुलिस ने राज्य में सत्तारूढ़ झामुओ से जुड़े एक नेता की पिटाई लगा दी. बताया जा रहा है कि यह नेता अपने रिश्तेदार को पीटे जाने का कारण पता करने के लिए थानेदार के पास गए थे, लेकिन थानेदार ने कारण बताए जाने के बजाए उनकी सरेआम पिटाई कर दी. इस घटना के बाद पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़े हो रहे हैं.
पुलिस के कोपभाजन का शिकार नेता का नाम हारून रसीद है, जबकि पिटाई करने वाले थानेदार का नाम मदन कुमार है जोकि पाकुड़िया थाने में पदस्थ हैं. पाकुड़ जिले में भी कोरोना वायरस से बचाव एवं इसकी रोकथाम को लेकर न केवल पाकुड़ जिले में बल्कि पूरे देश में पुलिस की छवि बेहतर हुई है.
लोग पुलिस की कार्यशैली और व्यवहार की चारों ओर सराहना कर रहे हैं, तो इसी दौरान जिले के पाकुड़िया थाने के थानेदार मदन कुमार की दबंगई ने पुलिस की छवि को तार-तार कर दिया है. थानेदार की रसूख और हनक ने जिले की पुलिस की कार्यशैली पर दाग लगाने का काम किया है.
पाकुड़िया थानेदार ने झामुमो अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रखंड अध्यक्ष हारून रसीद और उनके समधी की सरेआम पिटाई की, बल्कि उनके महिला रिश्तेदारों के साथ भी बदसलूकी की. इस घटना का वीडियो सरेआम दिख रहा है. हारून रसीद के अनुसार उनके समधी अब्दुल समद के साथ की गयी मारपीट का कारण जानने थानेदार के पास पहुंचे थे.
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थानेदार मदन कुमार ने हारून रसीद के अलावा उनके रिश्तेदारों जिसमें महिला भी शामिल थी बदसलूकी की. हारून रसीद ने बताया कि उनके समधी अब्दुल समद दवा लेने गये थे और पुलिस ने सब्जी हाट में अचानक लाठी चार्ज कर दिया. जिससे उनकी एक अंगुली में चोटें आयीं.
बाद में अब्दुल समद की पिटाई का कारण जानने झामुमो नेता थानेदार के पास पहुंचे थे और वे पिटाई के शिकार हो गए. थानेदार द्वारा की गयी मारपीट एवं महिला के साथ किये गये दुव्यर्वहार को लेकर एसपी राजीव रंजन सिंह ने मामले को दुःखद बताते हुए इसकी जांच एसडीपीओ महेशपुर से कराने की बात कही है.
फिलहाल पाकुड़िया थानेदार की इस कार्रवाई की चारों ओर निंदा हो रही है.एक ओर पुलिस कप्तान के दिशा निर्देश पर जिले में अन्य थानो की पुलिस बेहतर काम कर विभाग की छवि बना रही है, वहीं दूसरी ओर एक थानेदार के चलते पुलिस की छवि पर बट्टा लग रहा है.