पाकुड़: जिला शिक्षा विभाग (District Education Department) की ओर से बहाल की गई मोहल्ला क्लास (Mohalla Class) व्यवस्था का लाभ नेटवर्क विहीन और दुर्गम क्षेत्रों में स्थित गांव के बच्चे भरपूर लाभ उठा रहे हैं. जिन अभिभावकों के पास एंड्रॉयड मोबाइल (Android Mobile) नहीं है और जहां नेटवर्क की समस्या उत्पन्न हो रही थी. वहां अब मोहल्ला क्लास के जरिए बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मुहैया कराया जा रहा है. पाकुड़ डीसी (Pakur DC) के निर्देश पर यह प्रयास अब रंग ला रहा है.
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कोरोना संक्रमण (Corona Infection) की वजह से सरकार की ओर से विद्यालयों में पठन-पाठन बंद कर ऑनलाइन पढ़ाई (Online Study) की व्यवस्था शुरू की गई थी. जिला में 1 लाख 38 हजार 882 नामांकित बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई की सुविधा मुहैया करानी थी. शिक्षा विभाग ने शिक्षकों के माध्यम से ऑनलाइन पढ़ाई शुरु भी करवाया. लेकिन अधिकांश ग्रामीण इलाकों में नेटवर्क नहीं रहने के साथ ही बच्चों के अभिभावकों के पास एंड्रॉयड मोबाइल की अनुपलब्धता की वजह से शत-प्रतिशत बच्चे शिक्षा ग्रहण नहीं कर पा रहे थे.
विभिन्न स्कूलों में नामांकित बच्चों के विरुद्ध जिला के 27 हजार बच्चे ही ऑनलाइन क्लास का लाभ ले पा रहे. प्रशासन की ओर से मोहल्ला क्लास के जरिए स्कूली बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मुहैया कराने की पहल शुरू की गई. धीरे-धीरे इसका असर भी उन इलाकों में होने लगा, जहां मोबाइल का नेटवर्क (Mobile Network) नहीं है. आज स्कूली बच्चे ना केवल मोहल्ला क्लास में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं बल्कि बच्चों के अभिभावक शासन-प्रशासन की बहाल इस व्यवस्था का गुणगान भी कर रहे हैं.