पाकुड़ : अरसे से देश के लिए गुमनाम से कंचनगढ़ गुफा अब अपने वैभव की रोशनी बिखेरेगी. पहाड़िया राजाओं की धरोहर जिले के लिट्टीपाड़ा प्रखंड के आदिम जनजाति बहुल पंचायत करमाटांड़ के सूरजबेड़ा पहाड़ पर स्थित कंचनगढ़ गुफा तक सीढ़ी और गार्डवाल बनाए जाएंगे. पहले चरण में इस धरोहर के सौंदर्यीकरण के लिए पर्यटन विभाग की ओर से 49 लाख रुपये की राशि स्वीकृत की गई है. कंचनगढ़ गुफा के सौंदर्यीकरण कार्य का शिलान्यास बुधवार को लिट्टीपाड़ा विधानसभा क्षेत्र के विधायक दिनेश विलियम मरांडी एवं जिले के डीसी कुलदीप चौधरी ने संयुक्त रूप से किया.
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जिला प्रशासन इस ऐतिहासिक कंचनगढ़ गुफा में स्थित शिव पार्वती की पूजा अर्चना के लिए श्रद्धालुओं को सुविधा मुहैया कराने की तैयारी कर रहा है. इस ऐतिहासिक गुफा को पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित करने की मांग झारखंड राज्य अलग बनने से पहले पहाड़िया आदिवासियों की ओर से की जा रही थी. तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कंचनगढ़ गुफा को पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित करने की घोषणा की थी. इसके लिए राशि भी मुहैया कराई थी.
पहाड़िया राजा सूर्या पहाड़िया ने कराया था निर्माण
स्थानीय लोगों का कहना है कि पाकुड़ जिले से 40 किलोमीटर दूरी पर स्थित इस कंचनगढ़ गुफा का निर्माण पहाड़िया राजा सूर्या पहाड़िया ने वर्षों पहले कराया था. पहाड़िया राजा सूर्या पहाड़िया और रानी फुदकी पहाड़िन का किला अब गुफा के रूप में ही रह गया है. यहीं पर पहाड़िया राजा ने शिवलिंग का निर्माण कराया था. जिसके दर्शन के लिए दूर-दराज से श्रद्धालु और आदिवासी आते हैं. शिवरात्रि पर आदिवासी यहां मेला भी लगाते हैं.
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