पाकुड़: जिला के शहरी एवं ग्रामीण इलाकों में कोरोना के फैलाव रोकने की मुहिम जारी है. प्रशासन को कोरोना से बचाव को लेकर बरती जाने वाली सावधानियों की जानकारी ग्रामीण क्षेत्रों में प्रचार प्रसार एवं जागरूकता अभियान के जरिए दिया जा रहा है. यही कारण है कि सदर प्रखंड के ग्रामीण इलाके में शहरी क्षेत्र की तुलना में कोरोना संक्रमितो की संख्या काफी कम है.
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जिला के गांव में कोरोना के तेजी से फैलाव शुरू नहीं हुआ है. सरकार के स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के तहत जारी निर्देशों का सख्ती से कराए जा रहे है. जिसकी वजह से कोरोना के फैलाव में कमी आई है. दूसरे राज्यों से आ रहे प्रवासी मजदूरों को क्वारंटीन किया जा रहा है. गांव में कोरोना के इलाज के लिए कोई व्यवस्था फिलहाल शुरू नहीं की गई है. कोरोना मरीजों का इलाज कोविड-19 हेल्थ केयर सेंटर रिंची में की गई है.
कोरोना की दूसरे लहर में पाकुड़ शहरी क्षेत्र के बैंक कॉलोनी, सिंधीपाड़ा, हरिणडांगा बाजार सहित कई इलाके में कोरोना संक्रमितों की संख्या में तेजी आई. प्रशासन ने बैंक कॉलोनी को कुछ दिनों के लिए सील भी कर दिया था. हालांकि सभी संक्रमित मरीज निगेटिव होने और स्थिति सामान्य होने के बाद कंटेंटमेंट जोन बैंक कॉलोनी को खोल दिया है.
ग्रामीणों का कहना है कि सरकार की ओर से जारी गाइडलाइंस का अनुपालन शत-प्रतिशत किया जा रहा है. लेकिन शहरी क्षेत्र में लोग बेवजह घरों से बाहर निकलने एवं एक-दूसरे के संपर्क में आने से स्थिति बिगड़ी है. जबकि अधिकांश ग्रामीण इलाके के लोग अपने बच्चों के साथ घरों में हो रहते हैं. ग्रामीणों का कहना है कि मजदूरी के अलावा बेहद जरूरी सामान की खरीदारी करने के लिए ही बाजार निकलते हैं.
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प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक बीते 10 मई को जिला में 449 कोरोना पॉजिटिव मरीज पाए गए थे और एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 641 हो गई थी. जबकि 11 मई को 239 संक्रमित मरीज पाए गए और दोबारा एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़ कर 880 चला गया. 11 मई को 116 एवं 12 मई को 110, 13 मई को 149 मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव आई और एक्टिव मरीजो की संख्या घट कर 518 हो गई.
पाकुड़ के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. एहतेशामउद्दीन का कहना है कि जिस वक्त दूसरी लहर में शहरी क्षेत्र में स्थिति गंभीर बनी हुई थी. ऐसी स्थिति में प्रशासन और आम जनता के सहयोग से स्थिति के सुधार लाया गया है. वर्तमान में शहरी क्षेत्र एवं ग्रामीण इलाकों की स्थिति ठीक है. सदर प्रखंड के कुछ दो-चार गांव ऐसे हैं, जहां इक्का-दुक्का मरीज पाए गए, जिनका इलाज चल रहा है. उन्होंने बताया कि इसी तरह लोग साथ दे तो कोरोना को निश्चित रुप से हराया जाएगा.