पाकुड़: राज्य की रघुवर सरकार जहां गरीबों की हकमारी करने वाले अधिकारियों के साथ-साथ बिचौलिया के खिलाफ सख्त कदम उठा रही है. वहीं पाकुड़ जिले के विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के चलते अंत्योदय योजना के लाभुकों की हकमारी हो रही है. आपूर्ति विभाग के अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा सदर प्रखंड के हजारों अंत्योदय योजना के लाभुकों को भुगतना पड़ा है. यदि आपूर्ति विभाग से जुड़े अधिकारी गरीबों के प्रति संवेदनशील होते तो हजारों बोरी नमक और चीनी बर्बाद नहीं होते.
नहीं हो सका वितरण
अंत्योदय योजना के लाभुकों को सरकार ने सस्ते दर पर चीनी और नमक मुहैया कराने के लिए आपूर्ति विभाग को चीनी और नमक की आपूर्ति की थी. 22 रुपए 50 पैसे की दर से एक किलो चीनी और एक रुपए की दर से नमक अंत्योदय योजना के लाभुकों को मुहैया कराया जाना था. राज्य खाद्य निगम के गोदाम में नमक और चीनी पहुंचा भी पर इसका वितरण समय पर नहीं हुआ.
ये भी पढ़ें-अफीम तस्करों के विरुद्ध चतरा पुलिस ने की बड़ी कार्रवाई, तीन तस्करों को किया गिरफ्तार
नहीं हुई समीक्षा
इतना ही नहीं आपूर्ति विभाग की बैठकों में भी नमक और चीनी वितरण और इसके अनुश्रवण की सही तरीके से समीक्षा नहीं हुई. यदि समीक्षा हो जाती तो सदर प्रखंड के हजारों अंत्योदय योजना के लाभुकों को चीनी और नमक मिल जाती और सरकार की योजना भी धरातल पर उतर जाती पर ऐसा हो नहीं सका.