पाकुड़: नगर परिषद क्षेत्र में चलने वाले ई-रिक्शा चालक इन दिनों काफी परेशान हैं. इनकी परेशानी की मुख्य वजह बस पड़ाव के टोल टैक्स वसूली के लिए बहाल संवेदक की ओर से जबरन वसूली की जानी है. ई-रिक्शा से हो रहे टोल टैक्स की वसूली पर रोक लगाने में नगर परिषद नाकाम साबित हो रहा है. नतीजतन बेवजह ई-रिक्शा चालकों को प्रतिदिन 20 रुपये संवेदक हृदय नारायण सिंह को देना पड़ रहा है.
ई-रिक्शा से जबरन वसूली
नगर परिषद कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक, बस पड़ाव से मैजिक, बड़ा और छोटा टेंपो, बसों से टोल की वसूली के लिए संवेदक हृदय नारायण सिंह के साथ इकरारनामा किया गया. संवेदक द्वारा छोटा और बड़ा टैंपू के अलावा मैजिक और बस से टोल टैक्स की वसूली पहले की जाती थी. इधर, हाल में संवेदक द्वारा ई-रिक्शा भी जबरन बिना आदेश के वसूली की जाने लगी. शहरी क्षेत्र में हर दिन सैकड़ों ई-रिक्शा चालक पश्चिम बंगाल के मुरारोई, राजग्राम, धूलियान, डाकबंगला, औरंगाबाद, साहिबगंज जिले के गुमानी, कोटलपोखर के अलावा पाकुड़ जिले के प्रखंड मुख्यालय और ग्रामीण क्षेत्रों से जिला मुख्यालय तक यात्रियों को उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचाने का काम करते हैं.
'नगर परिषद के आदेश से वसूली'