पाकुड़: इस कैंप के चर्चा का विषय बनने का कारण यह भी है कि यहां सिविल सर्जन के साथ स्वास्थ्य विभाग के दर्जन भर कर्मी प्रतिदिन रोजगार के लिए पश्चिम बंगाल पलायन कर रहे मजदूरों एवं उनके परिजनों की स्वास्थ्य जांच के साथ उन्हें चिकित्सकीय परामर्श और दवा भी दे रहा है. पाकुड़ रेलवे स्टेशन परिसर में लगाए गए कैंप में जिले के ग्रामीण इलाकों से पश्चिम बंगाल रेलमार्ग द्वारा जाने वाले सैकड़ों ग्रामीणों को मलेरिया और कालाजार से मुक्ति दिलाने के लिए बरती जाने वाली सावधानियां एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा उन्हें दी जाने वाली सुविधाओं की जानकारी दी जा रही है.
पाकुड़ में मलेरिया नहीं देगी दस्तक, जिला प्रशासन की अनोखी पहल
झारखंड राज्य अलग बनने के बाद 'स्वस्थ झारखंड सुखी झारखंड' के संकल्प को पूरा करने के लिए जिले के स्वास्थ्य महकमे ने पहली बार एक अनोखी पहल शुरू की है. सिविल सर्जन डॉ आरडी पासवान के नेतृत्व में 'स्वास्थ्य विभाग ने ठाना है कालाजार मलेरिया भगाना है' के नारे के साथ रेलवे स्टेशन परिसर में कैंप लगाया है.
मलेरिया रोकथाम कैंप
प्रतिदिन घंटों सिविल सर्जन डॉक्टर पासवान कैंप में मौजूद रहकर रोजगार के लिए पश्चिम बंगाल जाने वाले ग्रामीणों को स्टेशन में जागरूक कर रहे हैं, ग्रामीणों की जांच हो रही है साथ-साथ उन्हें दवा भी दी जा रही है और उनसे यह भी अपील की जा रही है कि वे अपने गांव के दूसरे लोगों को भी कैंप में दी जा रही जानकारी को साझा करें और साथ में विभाग की सुविधाओं का लाभ उठाने के लिए प्रेरित करने का भी काम करें.