पाकुड़: कोरोना को खत्म करने के लिए देश विदेश में मुहिम चल रही है. शासन और प्रशासन कोरोना संक्रमण से बचाव, इसकी रोकथाम और पाए गए कोरोना संक्रमितों को समुचित इलाज मुहैया कराने में पूरी तरह से जुटा हुआ है, लेकिन इसी दौरान अपनी एक मात्र मांग सेवा स्थायी करने को लेकर अनुबंध पर बहाल पारा मेडिकलकर्मी बीते कई दिनों से हड़ताल पर है. अनुबंध पर बहाल पारा मेडिकलकर्मियों की जारी हड़ताल का न केवल कोरोना से निपटने, बल्कि दूसरी स्वास्थ्य व्यवस्था के संचालन पर भी असर होने लगा है. यहीं वजह है कि लोग अब कहने लगे है, यदि सरकार और पारा मेडिकलकर्मियों की जारी रही तकरार और खत्म नहीं हुआ हड़ताल, तो कोरोना की लड़ाई में शासन और प्रशासन कहीं हार न जाए. यदि ऐसा हुआ तो निश्चित रूप से कोरोना का खामियाजा लोगों को ही भुगतना पड़ेगा.
अनुबंध पारा चिकित्साकर्मी की हड़ताल
बीते चार दिनों से सेवा स्थायी करने की मांग को लेकर झारखंड अनुबंध पारा चिकित्साकर्मी संघ के आह्वान पर अनुबंध पर बहाल सैकड़ों कर्मचारी हड़ताल पर है और अपनी मांगों के समर्थन में सदर अस्पताल के सामने धरना प्रदर्शन कर रहे है. इन अनुबंध पर बहाल कर्मियों के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने के कारण सबसे ज्यादा परेशानी यदि किसी को झेलनी पड़ रही है तो वह पब्लिक के बाद प्रशासन ही है.