पाकुड़: जिले को इसी साल मार्च महीने में स्वच्छता सर्वेक्षण के तहत अवॉर्ड से नवाजा गया है. लेकिन इसकी जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है. दरअसल, जिले के कैलाश नगर के सड़कों की हालत इतनी बुरी हो चुकी है कि लोगों का जीना मुहाल हो गया है.
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आवेदन पर भी नहीं हुई कार्रवाई
पार्षद और स्थानीय लोगों का कहना है कि नगर परिषद अध्यक्ष को कई बार इसको लेकर आवेदन भी दिया गया. लेकिन अब तक इसपर कोई कार्रवाई नहीं की गई. पार्षद ने बताया कि अध्यक्ष संपा साहा इसी वार्ड की निवासी हैं. इसके बावजूद उन्होंने वार्ड की इस हालत पर कभी खासा गौर नहीं किया है.
वहीं, इस मामले को लेकर नगर परिषद अध्यक्ष संपा साहा ने कहा कि मामला उनके संज्ञान में है और वार्ड नंबर 11 की समस्याओं को दुर करने की दिशा में प्रयास लगातार जारी है.
बता दें कि केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय द्वारा स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 और 2019 में पाकुड़ नगर परिषद को पुरस्कृत किया गया है. ऐसे में शहर की ऐसी हालत होना अवार्ड के चयन प्रक्रिया और अपनायी गयी विधि पर सवाल खड़े करती है.