पाकुड़: झारखंड के किसानों को अपनी उपज का न केवल उचित दाम मिलेगा बल्कि उन्हें अपने ही इलाके में सामानों की बिक्री के लिए हाट भी मिलेंगे. ऐसा इसलिए क्योंकि राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने चास हाट योजना का ऑनलाइन पाकुड़ में शुभारंभ किया है. ग्रामीण विकास मंत्री ने महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए महत्वाकांक्षी योजना हुनर का भी ऑनलाइन शुभारंभ किया.
किसानों को फसल बेचने के लिए नहीं पड़ेगा भटकना, सरकार ने की चास हाट योजना की शुरुआत - झारखंड सरकार
झारखंड के किसानों को अपनी उपज बेचने के लिए भटकने की जरूरत नहीं होगी. सरकार ने चास हाट योजना की शुरुआत की है. इसके साथ ही महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए हुनर योजना का भी उद्घाटन किया गया है.
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दोनों महत्वपूर्ण योजना के ऑनलाइन शुभारंभ के मौके पर आलमगीर आलम ने 6 करोड़ 42 लाख रुपये राशि की परिसंपत्ति का वितरण सखी मंडलों से जुड़ी सैकड़ों समूहों को स्वावलंबी बनाने के लिए किया. उन्होंने प्रधानमंत्री, अंबेडकर एवं बिरसा आवास के लाभुकों को स्वीकृति पत्र बांटा तो दर्जनों लाभुकों के बीच वन एवं प्रधानी पट्टा भी वितरित किया. राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री ने सुकन्या योजना के तहत पांच पांच हजार रुपये का चेक, फूलो झानो आशीर्वाद योजना के तहत हड़िया दारू बेचने वाली महिलाओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित करने के लिए दस-दस हजार रुपये का चेक और आधा दर्जन दिव्यांगों को ट्राई साइकिल भी बांटा.
महत्वकांक्षी योजनाओं का शुभारंभ एवं परिसंपत्ति वितरण के मौके पर मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए सरकार धन की कमी महसूस नहीं होने देगी. उन्होंने कहा कि एक महिला के स्वावलंबी बनने से पूरा परिवार समृद्ध होगा, इसलिए सरकार झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी के जरिए कई योजनाएं संचालित कर रही है.