पाकुड़: सदर अस्पताल में शनिवार को स्वास्थ्य विभाग की ओर से गर्भाशय-ग्रीवा कैंसर स्क्रीनिंग कैंप (Cervical cancer Screening Camp) लगाया गया. इस कैंप में 20 साल के ऊपर की युवतियों और महिलाओं की स्क्रीनिंग की गई. गर्भाशय-ग्रीवा कैंसर से संभावित मरीजों की स्क्रीनिंग स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अनीता सिन्हा (Gynecologist Dr Anita Sinha) ने कई महिलाओं की स्क्रीनिंग की.
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इस मौके पर सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. एसके झा (Dr. SK Jha, Deputy Superintendent of Sadar Hospital) ने बताया कि 20 साल से ऊपर की युवतियों, महिलाओं के साथ-साथ गर्भवती महिलाओं में गर्भाशय-ग्रीवा कैंसर (Cervical cancer) की संभावना सबसे ज्यादा रहती है. यह धीरे-धीरे फैलता है, जिससे मरीज की जान तक चली जाती है. उन्होंने बताया कि प्रथम चरण में ही इस बीमारी की जानकारी हो जाए तो मरीजों का इलाज आसानी से किया जा सकता है और उसको मौत से बचाया जा सकता है.
गर्भाशय-ग्रीवा कैंसर स्क्रीनिंग कैंप में जांच कराने पहुंचीं महिलाओं का टेस्ट करने के बाद चिकित्सकों की ओर से परामर्श भी दिया गया. कैंप को सफल बनाने में एएनएम, सहिया ने भी अपनी भूमिका निभाई. जिला में पहली बार स्वास्थ्य विभाग की ओर से गर्भाशय-ग्रीवा कैंसर स्क्रीनिंग कैंप का आयोजन प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री के निर्देश पर किया गया. इस कैंप में पाकुड़ शहरी क्षेत्र सहित सदर प्रखंड के अलावा हिरणपुर, लिट्टीपाड़ा, अमड़ापाड़ा, महेशपुर और पाकुड़िया प्रखंड की कई महिलाएं पहुंचीं.
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क्या है गर्भाशय-ग्रीवा कैंसर (Cervical cancer)
अल्पविकसित देशों में महिलाओं में होने वाले कैंसरों में गर्भाशय ग्रीवा का कैंसर सर्वाधिक होता है. इसका मुख्य कारण एक विषाणु है, जो जननांगों के मस्से उत्पन्न करता है. यह कैंसर लगभग 10 वर्ष तक धीरे-धीरे वृद्धि करता है और इसीलिए अगर इसका उपचार जल्दी कर दिया जाए तो इसको पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है. इसके बावजूद भी अनके महिलाओं की इस कैंसर के कारण मृत्यु हो जाती है, क्योंकि उन्हें यह पता नहीं होता है कि उन्हें कैंसर था.