पाकुड़: मुंबई की एक युवती ने सूबे के मुख्यमंत्री पर लगाये गए गंभीर आरोप को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने इसे जबरदस्त मुद्दा बना दिया है. जिला मुख्यालय के गांधी चौक में सीएम हेमंत सोरेन का भाजपा महिला मोर्चा कार्यकर्ताओं ने पुतला दहन किया और जमकर नारेबाजी की.
मौके पर मौजूद प्रदेश प्रवक्ता मिस्फीका हसन ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ऐसा शर्मनाक काम किया है, जिसे हम बता नहीं कर सकते. उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन पर जो आरोप लगे हैं उसकी सीबीआई जांच हो और उसे सजा मिले. प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि हेमंत सोरेन ने शर्मनाक हरकत कर राज्य की कुर्सी में बैठे है, उन्हें तुरंत इस्तीफा देनी चाहिए.
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भाजपा नेता मीरा प्रवीण सिंह ने कहा कि जिस राज्य के मुख्यमंत्री ही दुष्कर्म जैसी घटना को अंजाम दे वैसे मुख्यमंत्री के राज में राज्य की महिलाएं और बच्चियां कैसे सुरक्षित रहेगी. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार से सीबीआई जांच कराए ताकि पीड़ित युवती को न्याय मिले. मौके पर महिला मोर्चा की शर्मिला राजकाज सबरी पाल, साधना ओझा सहित कई कार्यकर्ताओ ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ भाषण दिया.
सरायकेला में सीएम का फूंका पुतला
सरायकेला में भाजपा महिला मोर्चा कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री का पुतला फूंका. इस दौरान हेमंत सोरेन सरकार को महिला सुरक्षा में पूरी तरह विफल बताया है. इसके साथ ही नैतिकता के आधार पर मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग की है.
महिला कार्यकर्ताओं ने महा गठबंधन सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि जिस राज्य के मुखिया पर ही महिला उत्पीड़न, शोषण और दुष्कर्म जैसे गंभीर आरोप लगते हो, उस राज्य में महिलाओं की क्या स्थिति होगी, इससे सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है.
लोहरदगा में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से इस्तीफे की मांग
भाजपा महिला मोर्चा ने लोहरदगा जिले में शहरी क्षेत्र के पावरगंज चौक में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुतला दहन किया. इस दौरान भाजपा महिला मोर्चा के सदस्यों ने मुख्यमंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मामले की स्वतंत्र एजेंसी से जांच कराने और तत्काल इस्तीफा देने की मांग की. भाजपा महिला मोर्चा की नेताओं ने साफ तौर पर कहा कि जिस मुख्यमंत्री पर इतने गंभीर आरोप लगे हों, उन्हें अपने पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है.
महिला मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने कहा कि झारखंड राज्य में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं. जिस राज्य के मुखिया पर इस तरह के गंभीर आरोप लगे हों, उस राज्य में महिलाएं खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर सकती हैं.