पाकुड़: झारखंड के सबसे अंतिम छोर पर बसे पाकुड़ जिले के हजारों लोगों के हाथों में अब रोजगार होगा. प्रशासन ने जिले के अमड़ापाड़ा पचुवाड़ा सेंट्रल कोल ब्लॉक से कोयला उत्खनन के लिए खनन पट्टा के स्वीकृति सोमवार को दे दी है.
कोयला उत्खनन की प्रशासन ने दी स्वीकृति
पंजाब स्टेट पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड के डिप्टी चीफ जसविंदर सिंह ने बताया कि झारखंड सरकार द्वारा खनन पट्टा की स्वीकृति में दिए गए शर्तों का पूरा पालन किया जाएगा. स्थानीय लोगों को नौकरी में प्राथमिकता भी दी जायेगी. उन्होंने बताया कि पानी, बिजली, शिक्षा, स्वास्थ सारी सुविधाएं लोगों को मुहैया कराई जाएगी.
पचुवाड़ा सेंट्रल कोल ब्लॉक में अगले 30 साल तक कोयला उत्खनन होने से सरकार को 3,234 करोड़ राजस्व की प्राप्ती होगी. वहीं, जिला खनिज फाउंडेशन ट्रस्ट में 323.40 करोड़ रूपए और एनएमइटी मद में 64.68 करोड़ रूपए की वसूली होगी.
डीसी कुलदीप चौधरी ने पंजाब स्टेट पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड को कोयला उत्खनन के लिए खनन पट्टा की स्वीकृति दी. पंजाब स्टेट पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड पचुवाड़ा सेंट्रल कोल ब्लॉक क्षेत्र के कुल 1019.44 हेक्टेयर भूमि पर कोयला उत्खनन करेगी.
पंजाब स्टेट पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड अगले 30 साल तक कोयला का उत्खनन करेगी. डीसी ने बताया कि पचुवाड़ा सेंट्रल कोल ब्लॉक चालू होने से प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से तकनीकी, गैर तकनीकी कर्मचारियों सहित अन्य लगभग 25 हजार लोगों को रोजगार प्राप्त होगा. पचुवाड़ा सेंट्रल कोल ब्लॉक के चालू होने से न केवल उत्खनन क्षेत्र के रैयतों और विस्थापितों बल्कि जिले के लोगों को आर्थिक मजबूती मिलेगी.