पाकुड़: कोरोना संक्रमण से बचाव और रोकथाम में पर्याप्त सुविधाए मुहैया कराने को लेकर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य महकमा हर इंतजाम का दावा कर रहा है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है. प्रशासन के मुकम्मल इंतजाम के दावे को कोरोना मरीज सहित क्वॉरेंटाइन सेंटर और अस्पतालों में तैनात पुलिसकर्मी ने झुठलाया है.
कोविड-19 मैनेजमेंट अस्पताल और क्वॉरेंटाइन सेंटर आइटीआइ सोनाजोड़ी में रह रहे मरीजों और ग्रामीणों को मानें तो यह निश्चित रूप से प्रशासन की मुकम्मल व्यवस्था पर करारा तमाचा है. कोविड-19 मैनेजमेंट हॉस्पिटल में भर्ती कोरोना संक्रमितो को मास्क नहीं दिये गए हैं. जैसा कि आप वीडियो में भी देख सकते हैं. यहां सेनेटाइजर की व्यवस्था आटे में नमक जैसा है. भोजन ऐसा कि जानवर भी ना खाये. इतना ही नहीं साफ सफाई का इंतजाम भी बद से बदतर है.
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इतना ही नहीं सोनाजोड़ी आइटीआई जिसे प्रशासन ने क्वॉरेंटाइन सेंटर का दर्जा दे रखा है. यहां के इंतजाम भी प्रशासनिक लापरवाही और उदासिनता पर सवाल खड़ा कर रहा है. यहां रखे गये लोगों के लिए पर्याप्त बेड नहीं दिये गये हैं. नतिजतन फर्स पर ही कई लोगों को सोने को मजबुर होना पड़ रहा है. प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी और कर्मियो के मुताबिक भोजन सही तरीके से नहीं मिल रहा. जवानों ने बताया कि जिस विद्यालय में उन्हें रहने के लिए कहा गया है वहां भी बिजली और बेड की काफी समस्या है.
क्वॉरेंटाइन सेंटर में मिलता है हेल्दी डाइट: सिविल सर्जन
कोविड-19 मैनेजमेंट अस्पताल में व्याप्त समस्याओं को लेकर जब सिविल सर्जन डॉ. रामदेव पासवान से पुछा गया तो उन्होने बताया कि यहां बाहर से कुछ भी नहीं लाना है. सीएस ने बताया कि चार टाइम भोजन, हमेशा गर्म पानी के अलावे हेल्दी डाइट के साथ विटामिन और प्रोटीन भरपुर मात्रा में दी जा रही है. उन्होने बताया कि सेनेटाइजर, मास्क आदि जरूरी सामान कोरोना संक्रमितों को उपलब्ध कराया गया है. साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का भी अनुपालन कराया जा रहा है. सीएस ने बताया कि जहां तक साफ सफाई की बात है तो इस पर विशेष ध्यान दिया जाएगा.